किस दिन पहनें किस रंग के कपड़े चमकेगी किस्मत
अगर चमकाना चाहते हैं अपना भाग्य तो इन सात दिन पहनें ये खास कपडे ''पंकज सिन्हा''
Importance of color in vastu : कलर थेरेपी एक प्राचीन उपचार पद्धति है जो रंगों के चमकदार शक्तियों का उपयोग करती है। रंगों का प्रभाव मानव जीवन पर गहरा असर डालता है, और इस उपचार में इस असर का उपयोग किया जाता है। रंगों की विशेष ऊर्जा विभिन्न दिनों पर विभिन्न प्रभाव डालती है। वास्तु और अंकज्योतिष के अनुसार, प्रत्येक दिन एक विशेष रंग की ऊर्जा में वृद्धि होती है। उचित रंग के चयन से व्यक्ति अपने जीवन में सुधार पा सकता है। सप्ताह के प्रत्येक दिन विशिष्ट रंग का चयन करके व्यक्ति अपने जीवन को सकारात्मक दिशा में बदल सकता है। कलर थेरेपी एक उपयोगी और सुगम उपचार पद्धति है जो लंबे समय से चली आ रही परेशानियों में राहत दिला सकती है। किस दिन कौन सा रंग पहनना है इसकी जानकारी वास्तु (Vastu) एवं अंकज्योतिष (Numerology) एक्सपर्ट पंकज सिन्हा (Pankaj Sinha) ने बताया तो आइए बिना देर किए जान लेते हैं उसके बारे में.
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किस दिन कौन सा रंग पहनें – kis din kaunsa rang pahaney
वास्तु एवं अंकज्योतिष एक्सपर्ट पंकज सिन्हा के अनुसार, हर दिन विशेष रंग के कपड़े पहनने से आपके जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आ सकते हैं। सोमवार को सफेद रंग पहनने से शांति और प्रेम की ऊर्जा मिलती है। मंगलवार को लाल रंग आपके जीवन में ऊर्जा और साहस लाता है। बुधवार को हरा रंग पहनने से संतुलन और स्वास्थ्य में सुधार हो सकता है। गुरुवार को पीला रंग पहनने से आपके जीवन में समृद्धि और सफलता आ सकती है। शुक्रवार को गुलाबी या सफेद रंग आपके जीवन में प्रेम और सुख का माहौल बना सकता है। शनिवार को काला (नीला या ब्लू) कलर पहनने से स्थिरता और संतुलन मिल सकता है। सप्ताह के पहले दिन, यानी रविवार को संतरा यानी ऑरेंज कलर पहनने से आपके जीवन में उत्साह और ऊर्जा आ सकती है। इस कलर थेरेपी को अपनाने से आपका दिमाग भी शांत रहेगा और आपका जीवन सकारात्मकता, सुख-शांति और समृद्धि से भर जाएगा।
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किस रंग का क्या मतलब?
रंगों का मानव जीवन पर गहरा प्रभाव होता है और कलर थेरेपी में इसी सिद्धांत का उपयोग किया जाता है। हर रंग का अपना महत्व होता है और इसका अलग-अलग प्रभाव होता है। हरा रंग पहनने से तनाव ग्रस्त व्यक्ति को खुशी मिलती है और उनकी मनोदशा में सुधार होता है। लाल रंग से मेंटल पीस मिलता है और यह ब्लड सेल्स पर भी अच्छा असर डालता है। पीला रंग पहनने से बुद्धि का विकास होता है और व्यक्ति शार्प बनते हैं। काला – नीला रंग पहनने से दिमाग में होने वाली उथल पुथल शांत होती है और यह रंग ठंडा माना जाता है। सफेद रंग शांति का प्रतीक होता है और गुलाबी रंग आँखों को ठंडक प्रदान करता है, जिससे मन में प्यार और दया का संचार होता है। कलर थेरेपी एक प्राचीन और प्रभावशाली उपचार पद्धति है जो व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन ला सकती है।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. गाम घर न्यूज़ इसकी पुष्टि नहीं करता है.)