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अंडरकवर ही रह गई मिसेस

Movie Review Mrs Undercover

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Mrs Undercover IMDM Review
GAAM GHAR 
Review Mrs Undercover

PATNA: मिसेस अंडरकवर एक सफल गृहिणी दुर्गा देवी (राधिका आप्टे) की कहानी है जो अनाथाश्रम में पली बढ़ी है जिसके दिल मे देशप्रेम का जज्बा है । इसी जज्बे को लेकर दुर्गा 12 साल पहले स्पेशल फ़ोर्स जॉइन की थी अजर उसे अंडरकवर रहने के लिए शादी करनी पड़ी इन 12 साल में वो भूल चुकी थी, कि वो एक एजेंट है लेकिन उसके सपने उसको सपने में जरूर सताती थी जिन सपनों में वो सुपर हेरोइन सरीखे दिखती है।

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फ़िल्म की कहानी कोलकाता की एक मशहूर महिला वकील के मर्डर से शुरू होती है फ़िल्म का खलनायक सिर्फ उसी महिला को टारगेट करता है जो अपने लाइफ में सक्सेस है या कुछ अलग करना चाहती है मतलब की फ़िल्म की कहानी महिला सशक्तिकरण पर बुनी गई है । जो हमारे समाज का हिस्सा भी है फ़िल्म के माध्यम से फ़िल्म की राइटर डायरेक्टर अनुश्री मेहता ने पूरे समाज को एक बेहतरीन सन्देश देने की कोशिश की है, हालांकि फ़िल्म क्राइम और कमेडी का तड़का है जिसमें फ़िल्म का खलनायक खुद को कॉमन मैन कहता है और उससे महिलाओं की तरक्की देखी नहीं जाती।

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पहले हाफ में क्राइम के साथ कमेडी भी अच्छी है एक और बात जो गौर करने की है वो ये की आम तौर पर दर्शक राधिका आप्टे को बोल्ड एक्ट्रेस के रूप में जानते हैं और लगभग सभी फिल्मों में उन्हें राधिका का ऐसा ही रूप देखने को मिलता था लेकिन इस फ़िल्म में ऐसा कुछ नहीं है कुछ संवाद जरूर थे जिनको म्यूट कर दिया गया है फ़िल्म की थीम काफी अच्छी है अगर पटकथा लेखन या फिर निर्देशन अच्छा होता तो ये फ़िल्म जरूर ब्लॉकबस्टर होती ।

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लेकिन फ़िल्म की लेखिका और फ़िल्म निर्देशन दोनो ही अनुश्री मेहता ने ही किया है तो फ़िल्म में बाहरी इनपुट कुछ हुआ हीं नहीं साफ शब्दों में कहें तो राधिका ने अच्छा काम किया है अगर वो सुपर हेरोइन वाली दृश्य को छोड़ दें तो क्योंकि वहाँ कुछ चीजें अटपटी सी लगी, अगर राधिका चाहती तो बहुत बेहतर कर सकती थी न फ़िल्म मे राजेश शर्मा भी अपने किरदार में काफी अच्छे रहे और लोगो को गुदगुदाने की काफी कोशिश की वहीं फ़िल्म का खलनायक सुमित व्यास अपने किरदार में फिट थे मगर कमजोर पटकथा के कारण उनका किरदार निखर कर सामने नहीं आया बहरहाल फ़िल्म ठीकठाक एंटरटेनमेंट करने में सफल है । और अगर राधिका को उनके अपने बोल्डनेस से अलग अवतार में देखना चाहते हैं तो फ़िल्म देखी जा सकती । फ़िल्म के रेटिंग की बात करें तो फ़िल्म संगीत औसत है बस एक भजन को रैप की तरह गाया गया है जो थोड़ा दिलचस्प है और मिसेस अंडरकवर को 3/5 स्टार दिया जा सकता है. (This review is featured in IMDb Critics Reviews)

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