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मखमली आवाज़ की मल्लिका ”प्रिया मल्लिक”

मिलिए शान-ए-बिहार ''प्रिया मल्लिक'' से

Shaan-e-bihar: मिलिए शान-ए-बिहार (Shaan-e-bihar) प्रिया मल्लिक (Priya Malik) से जिनकी खनकती और मखमली आवाज ने दर्शकों को मोहित किया, आज एक प्रसिद्ध नाम हैं। प्रिया मल्लिक को स्टार भारत के रियलिटी शो “ओम शांति ओम” में उप-विजेता का गौरव प्राप्त हुआ। उनके पिता भारत भूषण मलिक एक व्यापारी हैं। उनकी माता समता मलिक एक गृहणी हैं और उनका भाई आर्यन अभी पढ़ाई कर रहे हैं। प्रिया की पढ़ाई पटना के स्थानीय स्कूल और कॉलेज में हुई, और उन्होंने “ओम शांति ओम” में अपने गायन से लोगों का दिल जीता।

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प्रिया मुंबई में रहती है, लेकिन उनका परिवार पटना के अनीसाबाद में बसा है। उनके माता-पिता दोनों अद्वितीय गायक हैं और प्रिया का संगीत गुरु, पटना के विजय सिंह है। 2007 में उन्हें रियालिटी शो “सर तरंग” में चयनित किया गया, लेकिन वे दिल्ली में सफल नहीं हो पाईं। इस अनुभव से उन्हें सीख मिली, और वे संगीत में अपना जादू बिखेरने में सफल हुईं। 2011 में “लिटिल चैंप्स” का हिस्सा बनकर उन्हें सिल्वर मेडल मिला। 2014 में “वेस्टीज आइडिल” में भाग लेकर उन्होंने प्रथम स्थान प्राप्त कर संगीत समीक्षकों का ध्यान अपनी और खींचा।

स्टार भारत चैनल के रियलिटी शो “ओम शांति ओम” ने प्रिया को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्रदान की। शो की जज सोनाक्षी सिन्हा ने उन्हें “पटना की फुलझड़ी” के रूप में पुकारा और भविष्य के हिंदी सिनेमा में गाने का वादा भी किया। जाने माने सिंगर सचिन-जिगर ने भी उन्हें बॉलीवुड में पार्श्वगायन का ऑफर दिया। इसके बाद, उन्हें कई प्रोजेक्ट्स के लिए प्रस्तुती मिली। प्रिया अब हिंदी और मैथिली में भक्ति गीतों को एक नए अंदाज में प्रस्तुत अथ भक्ति यूटूब चैनेल से करती हैं।प्रिया विश्वास करती है कि बिहार की लोकगीतों की परंपरा को बचाना अत्यंत महत्वपूर्ण है। वे यहाँ तक मानती हैं कि भोजपुरी को गंभीरता से लिया गया गलत धारणा है। बिहार में भोजपुरी के साथ ही मैथिली और अंगिका जैसी लोक भाषाएँ हैं, जिनकी गायन परंपरा काफी समृद्ध है। वे वर्तमान में भोजपुरी मैथिली-अंगिका के पारंपरिक गानों को संरक्षित रखने के लिए अपने शोध कार्यों में लगी हुई हैं। उनका उद्देश्य है कि ये गीत नए अंदाज में प्रस्तुत कर उन्हें देश और विदेश में प्रस्तुत करें और करती भी है।

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प्रिया का अभियान मुजफ्फरपुर बेस्ड संगीतकार विजय नारायण के मार्गदर्शन में है। उन्होंने सुंदरकांड को नए अंदाज में प्रस्तुत करने के लिए पंकज नारायण के साथ मिलकर काम किया है। अपनी सफलता का श्रेय अपने माता पिता गुरु और पंकज नारायण को देने वाली प्रिय कहती हैं कि मैं अनूप जलोटा के साथ भी एक बड़ा प्रोजेक्ट चल रहा है। उन्होंने पिछले साल एक मैथिलि भाषा में बनी वेबसिरिज “नून रोटी” के लिए पारम्परिक धुन पर आधारित गीत ‘संग लेने चालू हमरो’ को गाया, जिसे लोगों ने बहुत पसंद किया। प्रिया का ध्यान फिल्मों के ऑफरों पर भी है, लेकिन उनका पूरा फोकस गायकी पर है।

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सीखना और सजग रहना सफलता के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। बिहारी होने पर गर्व करने वाली प्रिया स्थानों पर अपने बिहारी विरासत और संस्कृति को प्रकट करती हैं। वह खुद को हमेशा बिहार की बेटी के रूप में प्रस्तुत करती हैं और अपनी समृद्ध विरासत को विश्व स्तर पर प्रस्तुत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। बिहार मिथिला की बेटी प्रिया मल्लिक को गाम घर न्यूज़ (Gaam Ghar News) की तरफ से ढ़ेरो शुभकामनायें।

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Gaam Ghar News Desk

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