Bollywood Movie Reviews Dashmi IMDM Review Cast - Monica Chaudhary, Rajesh Jais, Daljeet Kaur, Vardhan Puri Director - Shantanu Anant Tambe Producer - Sarika Vinod Tambe, Sanjana Vinod Tambe, Runtime 135 minutes RATING २/5 GAAM GHAR News
Entertainment / Bollywood Movie Reviews : सनातन धर्म को लेकर या यों कहें की देश में जो किसी भी धर्म के लिए जो धार्मिक गहमागहमी है, शायद इसी का फायदा शांतनु तांबे लेने के फिराक में फ़िल्म दशमी में दिखाई दिए । फिल्म दशमी की कहानी छोटी बच्चियों खासकर 4 साल से 16 साल की बच्चियों के बलात्कार पर लिखी गई है जिसे रामायण जैसे पौराणिक ग्रंथ से से जोड़ा गया है ।
फिल्म की कहानी तो पुरानी सी है लेकिन फिल्म को नए तरीके से परोसने की पूरी कोशिश करते हुए शांतनु तांबे दिखे चाहे पटकथा लेखन हो या उनका निर्देशन । फिल्म की कहानी इंजीनियरिंग कॉलेज के चार स्टूडेंट के इर्द गिर्द घूमती है, जिन्हें दशमी नाम की बच्ची से बहुत प्यार होता है जो बच्ची बलात्कार के बाद मर जाती है ।
फिर ये चारों दोस्त एक प्लान करते है और इस कलयुग रवनों को ठीक विजय दशमी के दिन सजा देने की तैयारी में जुट जाते हैं । ये चारों प्रदेश में हुए छोटी बच्चियों के हुए बलात्कार के आरोपियों की एक लिस्ट बनाते हैं और उनका अपहरण कर उनसे अपना जुर्म कबूल करवा सोशल मीडिया पर डालते हैं ताकि उन बच्चियों को इंसाफ मिल सके ।
फिल्म में इमोशनल पुर भी बहुत अच्छा डाला गया है लेकिन फिल्म की सबसे बड़ी कमी है एक ही तरह से नामचीन लोगों का कबूलनामा सोशल मीडिया पर पोस्ट करना जो फिल्म की कहानी को काफी कमजोर करती है । फिल्म के कलाकारों अपनी-अपनी भूमिका में अच्छा प्रदर्शन किया है लेकिन जिस तरह से फिल्म के नायक के के यादव के तेवर को दिखाया गया है इस हिसाब वो फिल्म में ज्यादा कुछ करते नहीं दिखे।
अगर बात फिल्म संगीत की करें तो फिल्म संगीत भी औसत ही है,हां फिल्म के गानों के बोल जरूर लोगों को आकर्षित करेंगे । फिल्म में कोई नामचीन कलाकार भी नहीं हैं न हीं बहुत ज्यादा बेमतलब का एक्शन देखने को मिलता है । शांतनु तांबे ने फिल्म को पूरी तरह नापातुला रखने की पूरी कोशिश की है लेकिन पुरानी कहानी और कुछ दृश्यों का दुहराव खेल बिगाड़ रहा है ।
फिल्म की एक और खास बात है कि इसका प्रचार-प्रसार भी वृहद पैमाने पर नहीं हुआ है और तो और फिल्म में कोई नामचीन कलाकार भी नहीं है जो अपने दम पर फिल्म निकाल ले । एक बात जो गौर करने के काबिल है वो है देश में हो रहे बलात्कार के जुर्म की तरफ ध्यान खींचना और इसमें शांतनु तांबे पूरी तरह तो नहीं लेकिन काफी हद तक सफल रहे, अगर फिल्म में कुछ दृश्यों का दोहराव नहीं हुआ होता तो ये फिल्म जरूर एक शानदार फिल्म होती । अगर फिल्म के रेटिंग की बात करें तो फिल्म को 2 स्टार मिलने चाहिए । (This review is featured in IMDb Critics Reviews)