तेजस्वी यादव: शुक्रवार को सीट बंटवारे का ऐलान
आरजेडी, कांग्रेस और लेफ्ट महागठबंधन में बनी बात
Lok Sabha Elections 2024: बिहार में चुनावी महाकथिनाओं की राह अब तक बहुत ही रोचक और रोमांचक रही है। लोकसभा चुनाव के पहले चरण के नामांकन की प्रक्रिया के बाद, राजनीतिक दलों के बीच सीटों का बंटवारा भी तय हो रहा है। मुख्य रूप से दो गठबंधन – महागठबंधन और एनडीए गठबंधन – इस चुनाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
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बिहार में राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी), कांग्रेस और तीन वामपंथी दल सीपीआई-माले, सीपीआई और सीपीएम के महागठबंधन में पहले चरण का नामांकन खत्म होने के बाद लोकसभा सीटों का बंटवारा तय होता दिख रहा है। महागठबंधन ने अपनी ओर से प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया, जिसमें सीटों के बंटवारे की घोषणा की जाएगी। इस घोषणा के अनुसार, कांग्रेस को 8-9 सीटें दी जाएगी, जबकि लेफ्ट को 2-3 सीटें मिलेंगी। बाकी सीटों पर आरजेडी अपने उम्मीदवारों को उतारेगी मैदान में। इसके बावजूद, कुछ सीटों पर जैसे कि पूर्णिया और कटिहार, आरजेडी और कांग्रेस के बीच दावेदारी की टक्कर है।
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दूसरी ओर, एनडीए गठबंधन ने पहले ही सीटों का बंटवारा पूरा कर लिया है। इस गठबंधन में भाजपा, जदयू, एलजेपी, एचएमएम, और आरएलएम की शामिलता है। लेकिन लोजपा-आर की तीन सीटों को छोड़कर बाकी सभी सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा हो चुकी है।हालांकि लालू यादव ने पहले चरण की चार सीटों गया, औरंगाबाद, नवादा और जमुई पर आरजेडी कैंडिडेट को बगैर सीट बंटवारा के सिंबल दे दिया था। इन सीटों पर आज नामांकन का आखिरी दिन था। इन चार में बस औरंगाबाद पर कांग्रेस और आरजेडी के बीच विवाद था जहां से निखिल कुमार कांग्रेस से लड़ना चाहते थे।
लेकिन, यह सीटों का बंटवारा केवल राजनीतिक दलों के बीच ही नहीं, बल्कि इससे उम्मीदवारों की चयन प्रक्रिया पर भी प्रभाव पड़ेगा। बिहार की राजनीतिक समीक्षा में इस चुनाव की चर्चा अभी भी चरम पर है, और आने वाले दिनों में इसमें और रोचक घटनाएं देखने को मिलेंगी।