समस्तीपुर / कल्याणपुर : भारत में कृषि विकास और कृषि उत्पादन के क्षेत्र में अनेक बाधाओं का सामना किया जा रहा है। इसी क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रयासों का एक नया उदाहरण है – “डॉ राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा” द्वारा आयोजित एकदिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम। यह कार्यक्रम अनुसूचित जाति के किसानों को उन्नत कृषि तकनीकों और ज्ञान के साथ लैस करने के उद्देश्य से आयोजित किया गया था।
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कार्यक्रम का आयोजन केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के अनुसंधान संस्थान कल्याणपुर परिसर में किया गया और इसका कुलपति डॉक्टर स पांडे द्वारा निर्देशन किया गया। इस कार्यक्रम में 100 से अधिक अनुसूचित जाति के किसानों ने भाग लिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता निर्देशक अनुसंधान व शोघ डाक्टर ए के सिंह की अध्यक्षता में आयोजित की गई।
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प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान, कई विषयों पर विशेषज्ञों ने व्याख्यान दिए, जिसमें गन्ना बुवाई, खाद्य व उर्वरकों का प्रयोग, बीज उपचार, गुड़ उत्पादन, तकनीकी रोग एवं व्याधि प्रबंधन शामिल थे। इसके साथ ही, प्रायोगिक तौर पर प्रक्षेत्र भ्रमण भी किया गया, जिससे प्रशिक्षणार्थियों को प्राथमिक अनुभव प्राप्त हुआ। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में उपस्थित किसानों ने उन्नत प्रभेद गन्ना बीज के 3 क्विंटल मुफ्त उपलब्ध कराए जाने की जानकारी प्राप्त की। इसके अलावा, फार्म प्रभारी अशोक कुमार नंदन द्वारा उपलब्ध किए गए साधनों के बारे में भी विस्तार से चर्चा की गई।
कार्यक्रम के सफल समापन के बाद, धन्यवाद ज्ञापन निदेशक द्वारा प्रस्तुत किया गया। इस उत्कृष्ट पहल के माध्यम से, अनुसूचित जाति के किसानों को नई तकनीकों और उत्पादन विधियों का ज्ञान प्राप्त हुआ है, जिससे उनकी कृषि उत्पादकता में वृद्धि की जा सकती है। इस तरह के प्रयासों से, समाज में समानता और उत्थान की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बढ़ाया जा रहा है। यह प्रयास भविष्य में भी अनुसूचित जाति के किसानों के लिए और भी उत्कृष्ट परिणाम प्राप्त करने में सहायक सिद्ध हो सकता है।