विभूतिपुर पीएचसी परिसर में शराब की बोतल देखकर भरके विधायक, थानाध्यक्ष को कारवाई करने का दिया निर्देश
प्रवेश चौधरी की रिपोर्ट
समस्तीपुर: जिला के विभूतिपुर प्रखंड के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र विभूतिपुर में विधायक अजय कुमार ने औचक निरीक्षण किया । निरीक्षण के दौरान दवाई वितरण खिड़की पर एवं इमरजेंसी कक्ष में समुचित मेडिसीन का लेखा जोखा नहीं रहने, डॉक्टर कक्ष में डॉक्टर की उपस्थित नहीं रहने, प्रसव कक्ष में दवाई सुविधा नही रहने, समुचित इलाज के लिए रोस्टर के अनुसार डॉक्टर की उपस्थिति नहीं रहने, एक डॉक्टर से 24 घंटे तक काम करते रहने, इमरजेंसी में भर्ती मरीजों से मिलकर दिक्कतों की जानकारी सहित विभिन्न मुद्दों पर गहन छानबीन करने एवं संबंधित कर्मियों से जानकारी ली।
उन्होंने निरीक्षण करते हुए अस्पताल परिसर में पहुंचते ही भारी मात्रा में शराब की खाली बोतल देख भरक गए। बताया जाता है कि निरीक्षण के लिए विधायक जैसे ही अस्पताल पहुंचकर डॉक्टर के कक्ष गए तो अपने कक्ष को छोड़कर तैनात डॉक्टर आवास में थे। वहीं इमरजेंसी कक्ष में रखरखाव की स्थिति दयनीय थी। वहीं रखी गई दवाइयों की जानकारी लेने का प्रयास किए तो आधे घंटे तक डॉक्टर से जानकारी के लिए इंतजार करना पड़ा। ऑन ड्यूटी डॉक्टर से जानकारी ली गई तो उन्होंने दवाई की किसी भी तरह की सूची नहीं बताया। यत्र तत्र दवाई को देखकर डॉक्टर को कड़ी फटकार लगाते हुए विधायक ने उन्हें व्यवस्थित होने की नसीहत भी दिया। निरीक्षण के दौरान विधायक अजय कुमार ने अस्पताल की व्यवस्था को सुधारने का जिम्मा लेते हुए कहा कि एक तरफ मरीजों को पर्याप्त दवाई उपलब्ध नहीं रहती है। वहीं दूसरी ओर भारी मात्रा में शराब की बोतल खाली परा हुआ है। मेडिसिन को एस्टेट के अलावा दो अलग-अलग जगहों पर रखा जाता है। जिसकी कहीं से कोई लेखा-जोखा या कोई रजिस्टर नहीं बनाया गया है। इससे प्रतीत होता है कि मेडिसिन की काफी मात्रा में विभूतिपुर पीएचसी में कालाबाजारी किया जा रहा है। उन्होंने निरीक्षण के दौरान डॉक्टर की उपस्थिति के बारे में बताया कि मनुष्य को 8 घंटे काम करने की क्षमता है लेकिन अब विभूतिपुर के डॉक्टर 24 घंटे कर सकते हैं। उन्होंने प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी से दूरभाष पर वार्ता करते हुए इसको लेकर काफी फटकार लगाई एवं अनुपस्थित डॉक्टर की हाजरी नहीं बनाने की नसीहत दिया। इमरजेंसी वार्ड एवं प्रसव कक्ष पहुंचकर प्रसव कराने आई महिलाओं से वार्ता कर उन्होंने उनके रखरखाव, भोजन मीनू के अनुसार दिए जाने की भी जानकारी लेते हुए इसमें भी कटौती की बात कहीं। वहीं एएनएम कक्ष में उपस्थित एएनएम एवं उनके रखरखाव के बारे में विस्तार से जानकारी लेने, अस्पताल के सभी वार्डों का निरीक्षण करते हुए जैसे ही अस्पताल परिसर पहुंचे की मुख्य द्वार के सामने गड्ढे में भारी मात्रा में शराब की बोतल देख नजर आ गई उन्होंने तत्क्षण विभूतिपुर पुलिस को इसकी सूचना देकर जानकारी दी। सूचना मिलते ही थाना अध्यक्ष चंद्रकांत गौरी अपने दल बल के साथ अस्पताल परिसर पहुंचकर विधायक के साथ अस्पताल परिसर में रखे शराब की बोतलों को देखकर आवश्यक कार्रवाई करने की बात कही। वही विधायक ने काफी आक्रोश व्यक्त करते हुए बताया कि एक तरफ बिहार की सरकार के मुखिया समाज सुधार यात्रा पर निकले हुए हैं, वहीं दूसरी तरफ उनके ही सरकारी कर्मी एवं उनके सहभागिता से शराब पीकर अस्पताल परिसर में करीब 1 ट्रैक्टर से अधिक शराब की खाली बोतल फेंका गया है। उन्होंने खेद प्रकट करते हुए कहा कि एक तरफ जहां स्वास्थ्य व्यवस्था के लिए अस्पताल जगह है वहीं अस्पताल में खाली बोतल की भरमार लगी हुई है यह दर्शाता है कि सरकारी कर्मी या उनके सांठगांठ से कोई बाहरी व्यक्ति आकर यहां शराब पीता और पिलाता है। जो गंभीर विषय है इसे समुचित स्थानों पर डालने और कड़ी कार्रवाई करने की बात कही। उन्होंने इन सभी मामलों को गंभीरता से लेते हुए विधानसभा में उठाने एवं उनके कार्यवाही कराने की मांग करने की बात कही है।