Samastipur : गांधी स्मृति केंद्र, बथुआ पूसा, समस्तीपुर के प्रांगण में 17 सितंबर से 2 अक्टूबर 2024 तक आयोजित स्वच्छता ही सेवा पखवाड़ा के तहत स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत स्वच्छता के प्रति लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह आयोजन न केवल स्वच्छता के शारीरिक पहलुओं पर बल देता है, बल्कि संस्कार स्वच्छता और स्वभाव स्वच्छता की भी महत्ता को रेखांकित करता है, जिससे समाज में समग्र स्वच्छता का संदेश फैले।
इस पखवाड़े के दौरान आयोजित कार्यक्रम की शुरुआत स्वच्छता शपथ के साथ हुई, जिसका नेतृत्व समिति की सदस्य अमृता कुमारी ने किया। उपस्थित सभी लोगों को स्वच्छता बनाए रखने और समाज में स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैलाने की शपथ दिलाई गई। शपथ ग्रहण समारोह में अध्यक्ष चंद्रदेव प्रसाद सिंह, सचिव गिरीश चंद्र मिश्रा, कोषाध्यक्ष रामचंद्र साह, अधिवक्ता धीरेन्द्र कुमार, तथा अन्य प्रमुख गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
कार्यक्रम के दौरान विभिन्न वक्ताओं ने अपने विचार रखे और स्वच्छता के महत्व को विस्तार से समझाया। अध्यक्ष चंद्रदेव प्रसाद सिंह ने अपने वक्तव्य में कहा कि स्वच्छता केवल सफाई से जुड़ी नहीं है, बल्कि यह हमारे जीवन और सोच को भी प्रभावित करती है। यदि हम अपने परिवेश को स्वच्छ रखते हैं, तो यह हमारे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को भी सुदृढ़ करता है। उन्होंने लोगों से अपील की कि स्वच्छता को केवल सरकार की जिम्मेदारी न मानकर इसे अपनी व्यक्तिगत जिम्मेदारी के रूप में अपनाएं।
सचिव गिरीश चंद्र मिश्रा ने स्वच्छता के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा करते हुए बताया कि स्वच्छता का संबंध हमारे संस्कारों और आदतों से भी होता है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि हमें अपने घरों, सार्वजनिक स्थानों और कार्यस्थलों की सफाई के साथ-साथ मानसिक और भावनात्मक स्वच्छता पर भी ध्यान देना चाहिए। स्वभाव की स्वच्छता के महत्व को समझाते हुए उन्होंने कहा कि स्वच्छ सोच और सकारात्मक दृष्टिकोण ही एक स्वच्छ समाज की नींव रखते हैं।
इस अवसर पर समिति की सदस्य अमृता कुमारी ने स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए की जा रही विभिन्न पहलों का जिक्र किया और लोगों से अनुरोध किया कि वे इन अभियानों में सक्रिय रूप से भाग लें। उन्होंने कहा कि स्वच्छता एक ऐसा विषय है जिसे हमें अपने दैनिक जीवन का हिस्सा बनाना चाहिए। इस पहल के तहत क्षेत्र में सफाई अभियान चलाने के साथ-साथ लोगों को जागरूक करने के लिए कई कार्यशालाएं भी आयोजित की जाएंगी।
कोषाध्यक्ष रामचंद्र साह और अधिवक्ता धीरेन्द्र कुमार ने भी इस अवसर पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि स्वच्छता न केवल हमारे स्वास्थ्य बल्कि पर्यावरण के संरक्षण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। उन्होंने समाज के प्रत्येक व्यक्ति को स्वच्छता के प्रति सजग रहने और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करने का आह्वान किया।
कार्यक्रम का समापन स्वच्छता अभियान की रूपरेखा पर चर्चा और आगामी योजनाओं की घोषणा के साथ हुआ। इस दौरान यह भी निर्णय लिया गया कि स्थानीय स्तर पर सफाई के लिए विशेष दल बनाए जाएंगे, जो क्षेत्र में नियमित रूप से सफाई अभियान चलाएंगे।
यह स्वच्छता ही सेवा गांधी जयंती के अवसर तक चलाया जाएगा, जिसका मुख्य उद्देश्य स्वच्छ भारत मिशन को आगे बढ़ाते हुए एक स्वच्छ और स्वस्थ समाज का निर्माण करना है।