उत्तर प्रदेश, बरेली/बदायूं: उत्तर प्रदेश के बरेली और बदायूं जिलों की सीमा पर शनिवार रात एक दर्दनाक हादसा हुआ। फरीदपुर थाना क्षेत्र में रामगंगा नदी पर बने अधूरे पुल से कार गिरने के कारण तीन लोगों की मौ’त हो गई। घटना तब हुई जब कार सवार लोग गूगल मैप के जरिए मार्ग का अनुसरण कर रहे थे।
कैसे हुआ हादसा?
मृ’तक कार सवार दातागंज से खल्लपुर होते हुए फरीदपुर की ओर जा रहे थे। गूगल मैप के सहारे वे रास्ता तय कर रहे थे, लेकिन पुल के अधूरे होने की जानकारी न होने के कारण हादसा हो गया। कार तेज रफ्तार में थी, जिससे चालक कार को रोक नहीं पाया और पुल खत्म होते ही कार करीब 25 फीट नीचे गिर गई।
ग्रामीणों के मुताबिक, जिस जगह कार गिरी वहां पानी नहीं था। हालांकि, पास के गड्ढे में थोड़ा पानी भरा था, जो खून से लाल हो गया। रविवार सुबह खल्लपुर गांव के लोगों ने कार को नदी के पास पड़ा देखा और पुलिस को सूचना दी।
तीनों मृ’तकों की पहचान
हादसे में मैनपुरी के कौशल कुमार, फर्रुखाबाद के विवेक कुमार और अमित कुमार की मौ’त हो गई। पुलिस के अनुसार, तीनों सिक्योरिटी गार्ड के रूप में काम करते थे और किसी शादी समारोह से लौटते हुए गाजियाबाद जा रहे थे। शॉर्टकट रास्ते के चक्कर में वे गूगल मैप पर दिखाए गए मार्ग से चल रहे थे, जिससे यह दुर्घटना हुई। पुलिस ने श’वों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और मृ’तकों के परिजनों को सूचना दे दी गई है।
पुल का अधूरा निर्माण बना हादसे की वजह
दातागंज क्षेत्र को फरीदपुर से जोड़ने वाला यह पुल 24 पिलरों पर आधारित है, जिसमें से 21 पिलर फरीदपुर में और तीन पिलर दातागंज क्षेत्र में आते हैं। 2022 में आई बाढ़ में पुल का आधा हिस्सा बह गया था, जिसके बाद से पुल पर आवागमन बंद है। बावजूद इसके, गूगल मैप पर यह पुल चालू दिखाया जा रहा था, जिससे वाहन चालक भटक गए।
पुलिस की कार्रवाई और ग्रामीणों की मांग
फरीदपुर थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर कार और श’वों को रामगंगा नदी से बाहर निकाला। श’वों को नाव के जरिए फरीदपुर की ओर लाया गया। हादसे के बाद स्थानीय ग्रामीणों ने अधूरे पुल पर चेतावनी बोर्ड लगाने और मार्ग को पूरी तरह बंद करने की मांग की है।
सरकार और प्रशासन से सवाल
इस घटना ने अधूरे पुलों और डिजिटल मानचित्रों की सटीकता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुल का निर्माण पूरा न होने और सही दिशा-निर्देश की अनुपस्थिति ने तीन जानें ले लीं। ग्रामीणों ने प्रशासन से पुल की मरम्मत और सुरक्षा उपायों की मांग की है ताकि भविष्य में ऐसी दुर्घटनाएं न हों।