विशेष संवाददाता, नई दिल्ली : भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) ने भारत की खाद्यान्न यात्रा, कृषि प्रगति और खाद्य सुरक्षा व्यवस्था को समर्पित एक भव्य एवं ज्ञानवर्धक विशेष मंडप तैयार किया है, जिसे अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला (आईआईटीएफ)–2025 में प्रदर्शित किया जा रहा है। भारत व्यापार संवर्धन संगठन (आईटीपीओ) द्वारा 14 से 27 नवंबर तक भारत मंडपम के हॉल नंबर 6 में आयोजित इस मेले में एफसीआई का मंडप देश की “सामूहिक प्रगति” और “किसानों के सम्मान” को बड़े प्रभावशाली तरीके से प्रदर्शित कर रहा है।
इस वर्ष एफसीआई के मंडप का केंद्रीय भाव है—“किसानों का सम्मान, भारतीय खाद्य निगम का अभिमान” तथा “एक भारत, श्रेष्ठ भारत”। इन दोनों संदेशों के माध्यम से एफसीआई न केवल अपनी उपलब्धियों को दिखाता है, बल्कि यह भी स्पष्ट करता है कि भारत की खाद्य सुरक्षा प्रणाली की मजबूती किसानों, सरकार और तकनीकी नवाचारों के संयुक्त प्रयास का परिणाम है।
भारत की खाद्यान्न यात्रा का आधुनिक प्रदर्शन
एफसीआई के मंडप को विशेष रूप से इस तरह डिजाइन किया गया है कि आगंतुक भारत की खाद्यान्न यात्रा को एक ही स्थान पर समझ सकें। मंडप में पारंपरिक भंडारण प्रथाओं से लेकर आधुनिक, वैज्ञानिक और तकनीकी भंडारण प्रणालियों तक का विकास दर्शाया गया है।
सबसे अधिक ध्यान आकर्षित कर रहा है आधुनिक साइलो भंडारण सिस्टम, जो अनाज को सुरक्षित, स्वच्छ और दीर्घकालिक रूप से संरक्षित करने में अत्यंत प्रभावी माना जाता है। यह प्रणाली न केवल खाद्यान्न को बर्बादी से बचाती है, बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर खाद्य भंडारण के आधुनिकीकरण की दिशा में बड़ा कदम मानी जा रही है।
एफसीआई की यह प्रदर्शनी 2047 तक विकसित भारत के दृष्टिकोण के अनुरूप एक गुणवत्ता-संचालित, पारदर्शी, समावेशी और सतत खाद्यान्न प्रबंधन प्रणाली को स्थापित करने की उसकी प्रतिबद्धता को भी उजागर करती है।
केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी ने की सराहना
मेले के दौरान केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण तथा नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री प्रहलाद जोशी ने एफसीआई मंडप का विशेष दौरा किया। मंत्री ने एफसीआई की खुला बाजार बिक्री योजना (OMSS) के तहत खुदरा/थोक बिक्री को बढ़ावा देने वाली पहलों की प्रशंसा की।
उन्होंने कहा कि इन प्रयासों की वजह से गेहूं और चावल जैसे आवश्यक खाद्य पदार्थों की उपलब्धता और कीमतों में स्थिरता सुनिश्चित हो रही है, जिससे आम नागरिकों को राहत मिलती है। मंत्री ने राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा को मजबूत बनाने में एफसीआई की भूमिका, पारदर्शिता व सुगम खाद्य वितरण व्यवस्था की सराहना की।
वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में हुआ निरीक्षण
एफसीआई पैवेलियन के निरीक्षण के दौरान सचिव (खाद्य) संजीव चोपड़ा, एफसीआई के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक आशुतोष अग्निहोत्री, कार्यकारी निदेशक (उत्तरी क्षेत्र) डॉ. अजीत कुमार सिन्हा सहित मंत्रालय और एफसीआई के अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। सभी अधिकारियों ने मंडप की थीम, प्रस्तुतियों और नवाचारों को व्यापक रूप से समझाया।
वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि एफसीआई न केवल किसानों को उचित मूल्य पर अनाज खरीद कर उन्हें सशक्त बनाता है, बल्कि पूरे देश में खाद्यान्न को सुरक्षित तरीक़े से संग्रहित और वितरित कर राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (NFSA) को सफल बनाने में केंद्रीय भूमिका निभाता है।
नए संकल्प और भविष्य की दिशा
एफसीआई ने इस मंडप के माध्यम से यह संदेश दिया है कि वह खाद्य सुरक्षा के अपने मिशन को और मजबूत करेगा। इसके प्रमुख लक्ष्य—
- किसानों को सशक्त बनाना
- पारदर्शिता बढ़ाना
- वितरण तंत्र को और कुशल बनाना
- अनाज की गुणवत्ता को प्राथमिकता देना
- आधुनिक तकनीकों को तेजी से अपनाना
ये सभी कदम भारत को एक आत्मनिर्भर, समावेशी और विकसित देश बनाने के संकल्प से सीधे जुड़े हुए हैं।
आईआईटीएफ 2025 में एफसीआई का यह विशेष मंडप केवल एक प्रदर्शनी नहीं, बल्कि भारत की खाद्य सुरक्षा यात्रा का जीवंत चित्रण है। यह मंडप यह दर्शाता है कि भारत की सामूहिक प्रगति उसके किसानों, तकनीकी विकास, पारदर्शी कार्यशैली और केंद्र सरकार की नीतिगत प्रतिबद्धताओं के संयुक्त प्रयासों का परिणाम है।



