समस्तीपुर : समस्तीपुर की सांसद शांभवी चौधरी (Shambhavi Chaudhary) के एक बयान ने हाल ही में सोशल मीडिया पर जमकर सुर्खियां बटोरीं। लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) से सांसद शांभवी ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा कि उनके संसद में समस्तीपुर की बात रखने के बाद ही लोगों को यह पता चला कि समस्तीपुर बिहार के नक्शे में कहां स्थित है। उनके इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर उन्हें आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है, और कई लोग उन्हें ट्रोल कर रहे हैं।
शांभवी के बयान से न केवल सोशल मीडिया पर बहस छिड़ी बल्कि राजनीतिक गलियारों में भी इसका असर देखा गया। बिहार सरकार में सहयोगी पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने इस बयान पर प्रतिक्रिया दी है। नीरज कुमार ने बिना शांभवी का नाम लिए उन्हें नसीहत दी और समस्तीपुर की ऐतिहासिक महत्ता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि समस्तीपुर केवल एक साधारण जिला नहीं है, बल्कि यह महान कवि विद्यापति और जननायक कर्पूरी ठाकुर की भूमि है। उन्होंने कर्पूरी ठाकुर के संघर्ष और उनकी सरल जीवनशैली का उल्लेख करते हुए कहा कि जब कर्पूरी ठाकुर मुख्यमंत्री थे, तब उनकी पत्नी बकरी चराती थीं, और आज भी यह धरती अपनी संस्कृति और संघर्ष की प्रतीक मानी जाती है।
नीरज कुमार ने समस्तीपुर सांसद के बयान पर तंज कसते हुए कहा, “अगर मैं यह कहूं कि मेरे जन्म के बाद लोगों ने मोकामा को जानना शुरू किया, तो यह दुखद होगा।” उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों को अपने क्षेत्र का प्रतिनिधित्व गर्व के साथ करना चाहिए और ऐसी कोई बात नहीं कहनी चाहिए, जिससे क्षेत्र की महत्ता को ठेस पहुंचे। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि जनप्रतिनिधियों को हमेशा संयमित भाषा का प्रयोग करना चाहिए और अपने शब्दों का चयन बहुत सोच-समझकर करना चाहिए।
शांभवी चौधरी के बयान को लेकर जनता के बीच नाराजगी बढ़ रही है, और लोग इसे समस्तीपुर के इतिहास और विरासत का अपमान मान रहे हैं। वहीं, जदयू के प्रवक्ता ने इस अवसर पर समस्तीपुर की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर को उजागर करते हुए सांसदों को संयम और सम्मान की भाषा में बात करने की सलाह दी।