समस्तीपुर: बिहार राज्य खेल प्राधिकरण और जिला प्रशासन समस्तीपुर के संयुक्त तत्वावधान में पटेल मैदान स्थित इंडोर हॉल में चल रहे राज्य स्तरीय विद्यालय बालिका अंडर-14 कबड्डी प्रतियोगिता के दूसरे दिन का रोमांच चरम पर रहा। इस प्रतियोगिता में भागलपुर, सिवान, एकलव्य बिहार, भोजपुर और बक्सर की टीमों ने अपने-अपने लीग मुकाबले जीतकर अगले राउंड में प्रवेश कर लिया है।
तीसरे दिन के मुकाबले
दर्शकों से खचाखच भरे इंडोर हॉल में तीसरे दिन खेले गए रोमांचक मुकाबलों में पश्चिमी चंपारण ने सुपौल को 17-10 से हराकर अपनी ताकत का प्रदर्शन किया। सिवान की टीम ने मोतिहारी को 48-8 से एकतरफा मुकाबले में पराजित किया। कटिहार ने कैमूर को 35-8 से हराकर अपनी जगह पक्की की, जबकि किशनगंज की टीम ने सीतामढ़ी के खिलाफ 32-29 के कड़े मुकाबले में जीत दर्ज की।
इसके साथ ही लखीसराय की टीम ने दरभंगा को 29-15 से हराकर अगले राउंड में जगह बनाई। भोजपुर ने अररिया को 52-9 से, बक्सर ने जमुई को 42-10 से, और जहानाबाद ने सहरसा को 48-7 से हराकर लीग मुकाबले के दूसरे राउंड में प्रवेश किया।
दूसरे चक्र के मुकाबले
लीग राउंड के दूसरे चक्र में मधेपुरा ने नालंदा के खिलाफ एकतरफा मुकाबले में 69-10 से जीत दर्ज की। भागलपुर की टीम ने मेजबान समस्तीपुर को 46-9 के बड़े अंतर से हराया, जबकि एकलव्य बिहार की टीम ने गोपालगंज को 57-11 से पराजित कर लीग राउंड के तीसरे चक्र में जगह बनाई।
नेशनल रेफरी और निर्णायक मंडल
इन सभी मुकाबलों का संचालन नेशनल रेफरी राणा रणजीत सिंह और अरुण कुमार के नेतृत्व में किया गया। गया के आनंद शंकर तिवारी, बक्सर के जयशंकर चौधरी, पटना के अविनाश कुमार और ऋषिकेश, दरभंगा की ज्योति कुमारी, बेगूसराय के नंदन कुमार, सहरसा के रवि कुमार और जावेद सिद्दीकी ने निर्णायक की भूमिका निभाई।
खेल पदाधिकारियों की उपस्थिति
मौके पर जिला खेल पदाधिकारी आकाश, जिला कबड्डी संघ के राजीव मिश्रा, सहायक वरुण कुमार सिंह, शिक्षक सुभीत कुमार सिंह, जितेंद्र कुमार, राजीव तिवारी, राहुल कुमार, रजनीश कुमार पांडेय और उमेश कुमार समेत कई खेल शिक्षक मौजूद थे, जिन्होंने प्रतियोगिता को सफल बनाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया।
खिलाड़ियों का उत्साह
तीसरे दिन के मुकाबलों में खिलाड़ियों का उत्साह और ऊर्जा देखते ही बन रही थी। हर टीम ने अपने प्रदर्शन से दर्शकों का मन मोह लिया और तालियों की गड़गड़ाहट के बीच खेल का स्तर लगातार ऊंचा होता गया। राज्य स्तरीय इस प्रतियोगिता में अब अगले राउंड के मुकाबले और भी अधिक प्रतिस्पर्धात्मक होंगे।
इस प्रतियोगिता का आयोजन न केवल खेल भावना को बढ़ावा देने के लिए किया गया है, बल्कि बालिकाओं को प्रोत्साहित करने और उन्हें आगे बढ़ने का एक शानदार अवसर प्रदान कर रहा है।