समस्तीपुर, ताजपुर: ताजपुर नगर परिषद के सभागार में नगर सभापति अनिता कुमारी की अध्यक्षता में सामान्य बोर्ड की बैठक आयोजित हुई। इस बैठक में जनकल्याण और क्षेत्र के समग्र विकास के लिए कई महत्वपूर्ण प्रस्तावों पर चर्चा की गई और सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया। नगर परिषद ने विकास कार्यों को प्राथमिकता देते हुए इन्हें शीघ्र पूरा करने का संकल्प लिया।
बैठक में सड़कों, नाली-गली योजनाओं और नल-जल परियोजनाओं के द्रुतगति से क्रियान्वयन को लेकर प्रस्ताव पारित किए गए। नगर विकास विभाग की मार्गदर्शिका के तहत पेयजल उपभोक्ता शुल्क प्रति घर 40 रुपये प्रति माह निर्धारित करने और ऑपरेटर नियुक्त करने का निर्णय भी लिया गया।
नई सुविधाओं के प्रस्ताव पर सहमति
नगर परिषद ने जनसुविधाओं में सुधार के लिए कई नए प्रस्तावों को मंजूरी दी। इनमें घर-घर डस्टबिन वितरण, मोबाइल टॉयलेट की स्थापना, वाटर टैंकर सेवा और नगर परिषद की सीमाओं पर स्वागत गेट का निर्माण शामिल है। इसके अलावा, प्रमुख स्थानों पर साइनेज बोर्ड लगाने और आंतरिक राजस्व वृद्धि के लिए सरकारी जमीनों पर बनी दुकानों को नगर परिषद के अधीन लाने का निर्णय लिया गया।
बाजार विनियमावली और राजस्व बढ़ाने के प्रयास
बिहार नगरपालिका अधिनियम के तहत व्यापार विज्ञप्ति नियमावली और गैर-आवासीय प्रयोजन के लिए मेले और निजी बाजार लगाने की विनियमावली को भी पारित किया गया। नगर परिषद ने संपत्ति कर जमा करने और भवन निर्माण के लिए विधिवत नक्शा पारित करने की प्रक्रिया को बढ़ावा देने का निर्णय लिया। कार्यपालक पदाधिकारी सचिन कुमार ने जनप्रतिनिधियों से इस दिशा में लोगों को प्रेरित करने की अपील की।
जन समस्याओं पर चर्चा
बैठक में वार्ड पार्षदों ने सीओ, थानाध्यक्ष और अन्य संबंधित अधिकारियों की अनुपस्थिति पर नाराजगी व्यक्त की। अतिक्रमण और यातायात जाम जैसी समस्याओं के समाधान के लिए इन अधिकारियों के सहयोग की मांग की गई।
बैठक में मौजूद प्रमुख सदस्य
इस अवसर पर सशक्त समिति के सदस्य माधव कर्मशील, संजय दास, कृति प्रिया, और वार्ड पार्षद मुकेश मेहता, अजहर मिकरानी, अहमद रजा सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे। तकनीकी पक्ष से सहायक अभियंता सिंघेश्वर महतो, कनीय अभियंता अजय भारती और अपशिष्ठ पदाधिकारी मिथुन कुमार ने भी बैठक में भाग लिया।
जनसुविधा सुधार पर जोर
नगर परिषद ने नगरवासियों के हित में विकास कार्यों को शीघ्र पूरा करने का संकल्प लेते हुए सभी प्रस्तावों पर सर्वसम्मति से सहमति जताई। अतिक्रमण, जाम और अन्य समस्याओं को लेकर प्रशासनिक सहयोग की आवश्यकता पर भी बल दिया गया।
यह बैठक नगर के समग्र विकास और नागरिक सुविधाओं में सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुई।