कृषिबिजनेसबिहारसमाचार

बिहार में फूल उत्पादन को प्रोत्साहन: 50 से 90% अनुदान से नई पहल शुरू

बिहार में फूल उत्पादन क्षेत्र में बड़ी पहल: 50 से 90% तक अनुदान से मिलेगी प्रोत्साहन

बिहार में फूल उत्पादन बिहार सरकार ने कृषि क्षेत्र में एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया है, जिससे राज्य के फूल उत्पादक किसानों को एक नई दिशा और प्रोत्साहन मिलेगा। हाल ही में बिहार के कृषि मंत्री मंगल पांडेय ने फूल उत्पादन के क्षेत्र में विशेष पहल की घोषणा की है, जिसका उद्देश्य फूलों की खेती को बढ़ावा देना और किसानों की आय में वृद्धि करना है। इस पहल के तहत, राज्य के 15 जिलों के 40 फूल उत्पादक किसानों को पश्चिम बंगाल के मेदिनीपुर जिले में शैक्षणिक परिभ्रमण के लिए भेजा गया है, जहां वे फूलों की खेती की आधुनिक विधियों और तकनीकों के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे।

फूलों की खेती को बढ़ावा देने के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम
बिहार के कृषि मंत्री मंगल पांडेय ने इस पहल की शुरुआत करते हुए कहा कि फूलों की खेती को आधुनिक दृष्टिकोण से देखने की आवश्यकता है। मेदिनीपुर में आयोजित इस दो दिवसीय कार्यशाला में राज्य के उन जिलों के किसानों को आमंत्रित किया गया है, जहां मुख्य रूप से गेंदा फूल की खेती की जाती है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्य किसानों को फूलों की आधुनिक खेती और इसके व्यावसायिक पहलुओं के बारे में जानकारी प्रदान करना है।

मंत्री ने कहा कि इस प्रशिक्षण के माध्यम से, राज्य के किसान न केवल फूलों की खेती के नए तरीकों को जानेंगे, बल्कि वे फूलों की गुणवत्ता में भी सुधार कर पाएंगे। इसके साथ ही, सरकार किसानों को सूक्ष्म सिंचाई योजना का लाभ भी प्रदान करेगी, जिससे उनकी उत्पादन क्षमता में वृद्धि हो सकेगी। खास तौर पर, वे किसान जो शेडनेट में फूलों की खेती करने के इच्छुक हैं, उन्हें इस योजना में विशेष प्राथमिकता दी जाएगी।

यह भी पढ़ें  Short film: ''दो लफ्जों की कहानी'' बहुत जल्द होगी रिलीज

मशरूम उत्पादन के लिए सरकार का समर्थन
मंगल पांडेय ने यह भी बताया कि बिहार सरकार ने मशरूम उत्पादन के लिए भी विशेष प्रोत्साहन योजना शुरू की है। राज्य सरकार मशरूम उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए किसानों को 90% तक का अनुदान दे रही है। यह अनुदान किसानों को मशरूम की खेती में निवेश करने के लिए प्रेरित करेगा, जिससे उनकी आय में सुधार हो सके। इसके अतिरिक्त, झोपड़ी में मशरूम और वातानुकूलित मशरूम उत्पादन इकाई स्थापित करने के लिए राज्य और केंद्र सरकार 50% तक की सहायता प्रदान कर रही है।

मंत्री ने बताया कि यह योजना मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देशन में शुरू की गई है और इसका उद्देश्य राज्य में कृषि आधारित उद्योगों को बढ़ावा देना है। उन्होंने कहा कि इस पहल के माध्यम से राज्य में कृषि के क्षेत्र में नई संभावनाओं को खोलने और किसानों को अपनी आय में वृद्धि करने का अवसर मिलेगा।

यह भी पढ़ें  अतुल गर्ग: 'कश्मीर-एनिग्मा ऑफ पैराडाइज' कश्मीर के इतिहास उजागर करेगी

फूल उत्पादन में बिहार का भविष्य
बिहार में फूलों की खेती की एक लंबी परंपरा रही है, और राज्य में गेंदा, गुलाब, चमेली और अन्य फूलों की खेती बड़े पैमाने पर होती है। राज्य में फूलों की खेती के संभावनाएं काफी अधिक हैं, लेकिन इसके बावजूद, आधुनिक खेती के तरीके और तकनीकों का अभाव था, जिससे उत्पादकता में कमी थी। अब सरकार की पहल से किसानों को नई तकनीकों और संसाधनों की जानकारी मिल रही है, जिससे वे अपनी उपज में वृद्धि कर सकते हैं।

फूलों की खेती केवल किसानों के लिए ही लाभकारी नहीं है, बल्कि यह राज्य की अर्थव्यवस्था के लिए भी महत्वपूर्ण साबित हो सकती है। बिहार में फूलों के उत्पादन को बढ़ावा देने से राज्य में कृषि आधारित उद्योगों को भी मजबूती मिल सकती है। इसके अलावा, फूलों की आपूर्ति का राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी अच्छा मांग है, जिससे बिहार के किसानों को नए व्यापारिक अवसर मिल सकते हैं।

कृषि में नए अवसर और चुनौतियाँ
बिहार में कृषि उत्पादन बढ़ाने के लिए कई योजनाओं का कार्यान्वयन किया जा रहा है, जिसमें फूलों की खेती एक महत्वपूर्ण पहल है। इसके अतिरिक्त, मशरूम उत्पादन को लेकर भी सरकार ने खास ध्यान दिया है, क्योंकि यह एक लाभकारी और कम खर्च वाला कृषि व्यवसाय है। हालांकि, किसानों को इन नई तकनीकों को अपनाने में कुछ चुनौतियों का सामना हो सकता है, लेकिन सरकार की योजनाएं और अनुदान उन्हें सही दिशा में मार्गदर्शन देने का काम करेंगे।

यह भी पढ़ें  बिहार; सिमरिया का पहला 6-लेन पुल: लोगों को मिलेगी जाम से मुक्ति

फूलों की खेती और मशरूम उत्पादन के साथ ही, सरकार अन्य कृषि उत्पादों के लिए भी प्रोत्साहन योजनाएं शुरू करने की योजना बना रही है। यह कदम राज्य के कृषि क्षेत्र में व्यापक सुधार ला सकता है और किसानों को उनकी मेहनत का उचित लाभ दिला सकता है।

निष्कर्ष
बिहार सरकार की यह पहल राज्य के किसानों के लिए एक सुनहरा अवसर साबित हो सकती है, जिससे न केवल उनकी आय में वृद्धि होगी, बल्कि राज्य की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी। फूल उत्पादन और मशरूम खेती को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा दिए जा रहे अनुदान और प्रशिक्षण कार्यक्रम से किसानों को सटीक जानकारी और संसाधन मिल रहे हैं, जिससे वे अपने कृषि व्यवसाय को एक नए मुकाम तक पहुंचा सकते हैं। अगर ये योजनाएं सफल होती हैं, तो बिहार कृषि क्षेत्र में अपनी पहचान बनाने में सक्षम हो सकता है।

Gaam Ghar Desk

गाम घर न्यूज़ डेस्क के साथ भारत और दुनिया भर से नवीनतम ब्रेकिंग न्यूज़ और विकास पर नज़र रखें। राजनीति, एंटरटेनमेंट और नीतियों से लेकर अर्थव्यवस्था और पर्यावरण तक, स्थानीय मुद्दों से लेकर राष्ट्रीय घटनाओं और वैश्विक मामलों तक, हमने आपको कवर किया है। Follow the latest breaking news and developments from India and around the world with Gaam Ghar' newsdesk. From politics , entertainment and policies to the economy and the environment, from local issues to national events and global affairs, we've got you covered.

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button