पटना: बिहार में 2025 के विधानसभा चुनाव से पहले राजधानी पटना में मेट्रो ट्रेन ”Patna Metro” सेवा शुरू करने की योजना को राज्य सरकार ने मंजूरी दे दी है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में इस पर 115 करोड़ रुपये के फंड को मंजूरी दी गई। इस राशि से सरकार एक मेट्रो ट्रेन खरीदेगी, जिसकी लागत 33 करोड़ रुपये है, जबकि बाकी धनराशि ट्रैक बिछाने, लिफ्ट और एस्केलेटर लगाने जैसे कार्यों पर खर्च की जाएगी।
सरकार का लक्ष्य है कि अगले साल 15 अगस्त तक पटना में आईएसबीटी पाटलिपुत्र के पास बैरिया से मलाही पकड़ी तक 6.5 किलोमीटर के प्राथमिक कॉरिडोर पर मेट्रो परिचालन शुरू हो सके। इसमें पांच स्टेशन होंगे: पाटलिपुत्र बस टर्मिनल, जीरो माइल, भूतनाथ रोड, खेमनीचक, और मलाही पकड़ी।
पटना मेट्रो परियोजना के इस पहले चरण के लिए ट्रैक बिछाने और मेट्रो ट्रेन की खरीद का काम पूरा होने के बाद ट्रेन चलाई जाएगी। प्रारंभिक योजना के अनुसार, जापान इंटरनेशनल कोऑपरेशन एजेंसी (जायका) से ऋण के माध्यम से परियोजना का खर्च वहन किया जाना था, लेकिन जनरल कंसल्टेंट की नियुक्ति में देरी के कारण ऋण मिलने में बाधा आ रही है। ऐसे में राज्य सरकार ने चुनाव से पहले मेट्रो सेवा शुरू करने के उद्देश्य से अपने वित्तीय संसाधनों से खर्च उठाने का निर्णय लिया है।
जायका के लोन से ट्रैक बिछाने, ट्रेन खरीदने और लिफ्ट-एस्केलेटर लगाने का काम प्रस्तावित था। परंतु कंसल्टेंट की नियुक्ति और निविदा प्रक्रिया में समय लगने के कारण सरकार ने बिहार वित्त नियमावली के नियम 131 ज्ञ (ड़) के तहत 115.10 करोड़ रुपये का बजट मेट्रो परिचालन के लिए निर्धारित किया है।
इस फैसले से अगले साल मेट्रो सेवा की शुरुआत की संभावना और बढ़ गई है। यदि जायका से कर्ज मिलने में और देरी होती है तो राज्य सरकार चुनाव से पहले अपने खर्च पर मेट्रो परिचालन शुरू करेगी, और बाद में कर्ज मिलने पर राज्य सरकार को राशि वापस मिल जाएगी।