बक्सर: रेलवे इंजीनियर विवेक रंजन सिन्हा को रविवार सुबह आरा-बक्सर फोरलेन पर दलसागर टोल प्लाजा के पास पुलिस ने गिरफ्तार किया। वह अपनी स्कॉर्पियो गाड़ी से दिल्ली जा रहे थे। चेकिंग के दौरान उनके पास से 60 लाख रुपये मूल्य के आठ सोने के बिस्किट और कुछ अन्य आभूषण बरामद किए गए। पूछताछ में विवेक सोने के संबंध में कोई वैध दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर सके, जिसके बाद उन्हें हिरासत में ले लिया गया।
सीबीआई को सौंपी गई जांच
सोने की बरामदगी के बाद जिला प्रशासन ने मामला सीबीआई को सौंप दिया। सीबीआई की कस्टम विभाग की टीम ने रविवार दोपहर पटना के नेहरू नगर स्थित विवेक रंजन सिन्हा के आवास पर छापेमारी की। इस दौरान उनके घर के सभी कागजातों और संपत्ति से जुड़े दस्तावेजों की जांच की गई।
कौन हैं विवेक रंजन सिन्हा?
विवेक रंजन सिन्हा रेलवे के पटना स्थित महेंद्रू घाट कार्यालय में कार्यरत हैं। वह मगध विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति अरुण कुमार सिन्हा के बेटे हैं। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि विवेक दिल्ली में अपने किसी रिश्तेदार की शादी में शामिल होने जा रहे थे। हालांकि, इतनी बड़ी मात्रा में सोना ले जाने की वजह और इसके स्रोत को लेकर अभी स्थिति स्पष्ट नहीं है।
जांच के मुख्य बिंदु
कस्टम अधिकारी इस बात की जांच कर रहे हैं कि बरामद सोना तस्करी का है या इसे स्थानीय स्तर पर खरीदा गया था। यदि यह सोना खरीदा गया है, तो इसकी खरीदारी के विवरण और दस्तावेजों की जांच की जाएगी। इसके अलावा, सीबीआई विवेक रंजन सिन्हा की आय के स्रोत और संपत्तियों की वैधता की गहन जांच करेगी।
पुलिस और प्रशासन की तत्परता
पुलिस ने सोने के बिस्किट बरामद होते ही इसकी सूचना सीबीआई, आयकर विभाग और रेलवे को दी। बक्सर के एसपी शुभम आर्य ने बताया कि विवेक रंजन सिन्हा और उनके चालक को सीबीआई को सौंप दिया जाएगा।
आगे की कार्रवाई
फिलहाल मामले की जांच जारी है और सीबीआई द्वारा आधिकारिक बयान का इंतजार किया जा रहा है। यह भी संभावना है कि विवेक की अन्य परिसंपत्तियों और निवेश की जांच की जाएगी। बरामद सोने की वैधता पर अभी स्थिति स्पष्ट नहीं है। पुलिस और जांच एजेंसियां यह पता लगाने की कोशिश कर रही हैं कि क्या यह सोना तस्करी के जरिए लाया गया या किसी वैध स्रोत से खरीदा गया।
रेलवे के इंजीनियर के पास इतनी बड़ी मात्रा में सोने की बरामदगी ने स्थानीय प्रशासन और जांच एजेंसियों को अलर्ट कर दिया है। मामले से जुड़े सभी पहलुओं की बारीकी से जांच हो रही है।