नालंदा : बिहार के नालंदा जिले में रविवार को एक दुखद घटना सामने आई, जहां 25 वर्षीय गौरव कुमार ने ऑनलाइन गेम (online gaming) जुआ और नशे की लत के चलते आत्मह’त्या कर ली। जानकारी के अनुसार, गौरव पर करीब 10 लाख रुपये का कर्ज था, जिसमें से 7 लाख रुपये वह ऑनलाइन गेम में हार चुका था और 3 लाख रुपये का कर्ज उसके ऊपर बाकी था। इसी तनाव और लत के चलते उसने यह घातक कदम उठाया।
ऑनलाइन गेमिंग और ब्राउन शुगर की लत
गौरव कुमार, जो संतोष कुमार के बेटे थे और सोने-चांदी के व्यापारी परिवार से ताल्लुक रखते थे, बीते कुछ महीनों से ऑनलाइन गेमिंग और नशे की गिरफ्त में आ गए थे। स्थानीय लोगों और परिजनों के अनुसार, गौरव को हाल ही में ब्राउन शुगर की लत भी लग गई थी। इसके चलते वह अक्सर अपने कमरे में बंद रहने लगा और काम पर जाना बंद कर दिया।
शादीशुदा जिंदगी में तनाव
गौरव ने पांच साल पहले पटना की एक लड़की से लव मैरिज की थी। शादी के बाद वह अपनी पत्नी के साथ दिल्ली में तीन साल तक रहा, लेकिन लगभग डेढ़ साल पहले वह नालंदा वापस आ गया था, जबकि उसकी पत्नी पटना में रहने लगी। परिवार के लोगों के मुताबिक, घरवाले गौरव की पत्नी को पसंद नहीं करते थे, जिसके चलते पत्नी ने पटना में रहना शुरू कर दिया। गौरव और उसकी पत्नी के बीच फोन पर ही बातचीत होती थी, और कभी-कभी वह पटना जाकर अपनी पत्नी से मिलता था।
आत्मह’त्या का कारण
परिजनों के अनुसार, गौरव पिछले तीन महीने से नशे और जुआ के जाल में फंसा हुआ था। वह अपनी दुकान पर जाना बंद कर चुका था और मोबाइल में ऑनलाइन गेम खेलने में व्यस्त रहता था। जुआ में हारने और कर्ज में डूबने के बाद गौरव मानसिक तनाव में था, जिसके चलते उसने यह कदम उठाया।
परिजनों ने यह भी कहा कि अगर राज्य में शराबबंदी नहीं होती तो गौरव को नशे की लत नहीं लगती, क्योंकि उसे ब्राउन शुगर का सेवन करने की लत शराबबंदी के बाद लगी थी। हालांकि, इस घटना की जानकारी अभी तक पुलिस को नहीं दी गई है, और परिजन इस मामले में जांच कराएंगे या नहीं, इस पर कोई स्पष्ट जानकारी नहीं है।
नशे और ऑनलाइन गेमिंग का खतरनाक असर
यह घटना इस ओर इशारा करती है कि ऑनलाइन गेमिंग और नशे की लत किस हद तक इंसान को मानसिक और आर्थिक संकट में डाल सकती है। गौरव की आत्मह’त्या से यह बात स्पष्ट होती है कि किस तरह से नशा और गेमिंग की लत लोगों की जिंदगी पर भारी पड़ रही है।