पटना : पटना समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में रविवार को राष्ट्रीय प्रेस दिवस National Press Day बड़े ही गरिमापूर्ण ढंग से मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ जिलाधिकारी पटना डॉ. त्यागराजन एस.एम., जिला जनसंपर्क पदाधिकारी लोकेश कुमार झा तथा उपस्थित पत्रकारों द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। समारोह का मुख्य विषय भारतीय प्रेस परिषद द्वारा निर्धारित थीम—
“Safeguarding Press Credibility Amidst Rising Misinformation”—पर केंद्रित रहा।’
जिलाधिकारी ने कहा—प्रशासन और मीडिया एक-दूसरे के पूरक
अपने संबोधन में जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन ने कहा कि प्रशासन और मीडिया के संबंध हमेशा से पूरक रहे हैं। “स्वस्थ समाज के निर्माण में मीडिया की अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका है। लोकतंत्र का चौथा स्तंभ होने के नाते मीडिया जनहित, राष्ट्र निर्माण और समाज सुधार में अग्रणी रहा है।”
उन्होंने इन्फॉर्मेशन ओवरलोड के वर्तमान दौर में मीडिया की जिम्मेदारी को और अधिक महत्वपूर्ण बताया। जिलाधिकारी ने कहा कि आज सूचना का प्रवाह अत्यधिक तेज़ है, ऐसे में प्रामाणिक और तथ्यपरक खबरों को सामने लाना मीडिया के लिए सबसे बड़ी चुनौती है।
मिसइन्फॉर्मेशन रोकना हम सभी की साझा जिम्मेदारी—जिलाधिकारी
जिलाधिकारी ने स्पष्ट कहा कि “गलत सूचना जनता के बीच भ्रम पैदा करती है और सामाजिक वातावरण को प्रभावित करती है। इसलिए आवश्यक है कि सभी स्टेकहोल्डर, चाहे मीडिया हो या प्रशासन, मिसइन्फॉर्मेशन के प्रसार को रोकने के लिए पूरी सजगता रखें।”
उन्होंने पत्रकारों से अपील की कि वे बिना पुष्टि के किसी भी गलत या अस्पष्ट सूचना को हाईलाइट न करें। “हमें विज्ञान, तकनीक और तथ्य-आधारित रिपोर्टिंग को बढ़ावा देना चाहिए ताकि नकारात्मक सूचनाओं को मंच न मिल सके।”
सोशल और डिजिटल मीडिया में बढ़ती रफ्तार के बीच विश्वसनीयता है सबसे बड़ा चुनौती
डॉ. त्यागराजन ने कहा कि डिजिटल माध्यमों के विस्तार ने सूचना की गति को कई गुना बढ़ा दिया है। समाचार मिनटों में आम जनता तक पहुँच जाता है, ऐसे में निर्णयात्मक होने से पहले सत्यापन अनिवार्य है।
उन्होंने कहा—
“तेज़ी से फैलती खबरों के बीच प्रामाणिकता और विश्वसनीयता ही प्रेस की सबसे बड़ी ताकत है। किसी भी समाचार को निष्पक्षता और संवेदनशीलता के साथ प्रस्तुत किया जाना चाहिए।”
चुनाव के दौरान मीडिया की भूमिका की सराहना
जिलाधिकारी ने बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के दौरान मीडिया द्वारा निभाई गई सराहनीय भूमिका की प्रशंसा की।
“आप सभी ने एक हितधारक के रूप में अत्यंत जिम्मेदार तरीके से काम किया। प्रशासन को मिला आपका फीडबैक हमारी कार्य-प्रणाली को और बेहतर बनाता है।”
उन्होंने पत्रकारों से नियमित सुझाव और फीडबैक भेजने की अपील की।
डीपीआरओ लोकेश झा ने कहा—उत्तरदायी मीडिया लोकतंत्र की रीढ़
डिप्टी डायरेक्टर जनसंपर्क कार्यालय, पटना श्री लोकेश कुमार झा ने विषय-प्रवेश कराते हुए कहा कि सूचना जितनी तथ्यात्मक और वैज्ञानिक दृष्टिकोण पर आधारित होगी, समाज उतना ही प्रगतिशील और जागरूक बनेगा।
उन्होंने कहा—
“आज के सूचना क्रांति के युग में स्वतंत्र, पारदर्शी और उत्तरदायी मीडिया हमारे लोकतंत्र की रीढ़ है। AI के दौर में नई चुनौतियाँ सामने हैं, लेकिन पारदर्शिता और तथ्यात्मकता हमें सशक्त बनाए रखती हैं।”
पत्रकारों ने रखे अपने विचार
कार्यक्रम में कई पत्रकारों ने “मिसइन्फॉर्मेशन के बीच प्रेस की विश्वसनीयता को सुरक्षित रखने” पर अपने विचार रखे। सभी ने कहा कि गलत सूचनाओं को रोकना समाज और प्रशासन दोनों की समान जिम्मेदारी है।
प्रेस अभी भी सबसे भरोसेमंद—जिलाधिकारी
कार्यक्रम के अंत में जिलाधिकारी ने कहा—
“सूचना क्रांति के इस युग में भी प्रेस सबसे विश्वसनीय स्रोत माना जाता है। आपकी भूमिका आने वाले समय में और भी बढ़ेगी। समाज निर्माण और राष्ट्र विकास में आप प्रमुख स्टेकहोल्डर हैं।”
पटना जिला प्रशासन द्वारा आयोजित यह कार्यक्रम पत्रकारिता की गरिमा, भूमिका और उसकी जिम्मेदारियों को पुनर्स्थापित करने वाला रहा।
राष्ट्रीय प्रेस दिवस का यह समारोह न केवल संवाद का अवसर बना, बल्कि एक मजबूत लोकतंत्र की दिशा में मीडिया की जवाबदेही को भी रेखांकित करता रहा।



