समस्तीपुर : समस्तीपुर शहर के विवेक-विहार मोहल्ले में शनिवार को माइंड नेस्ट स्टडी हब ऑनलाइन पुस्तकालय का शुभारंभ किया गया। उद्घाटन महिला अधिकार कार्यकर्ता एवं समाजसेवी बंदना सिंह और आभा प्रवीण ने संयुक्त रूप से फीता काटकर किया। उद्घाटन समारोह में छात्र–छात्राओं, स्थानीय बुद्धिजीवियों और समाजसेवियों की बड़ी संख्या में उपस्थिति रही, जिससे क्षेत्र में एक नए शैक्षणिक केंद्र के प्रति उत्साह स्पष्ट दिखाई दिया।’
उद्घाटन के दौरान संबोधित करते हुए बंदना सिंह ने पुस्तकालय के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि “पुस्तकालय ज्ञान का घर है। यह न सिर्फ पढ़ने और शोध करने का स्थान है, बल्कि शांत वातावरण में विचारों को विकसित करने की एक अनुपम जगह भी है।’’ उन्होंने आगे कहा कि पुस्तकालय समाज के हर वर्ग को समान अवसर देता है और आजीवन शिक्षा को बढ़ावा देता है। उनके अनुसार, समस्तीपुर के इस अपडेटेड पुस्तकालय में वे सभी सुविधाएँ मौजूद हैं, जिनकी आज के आधुनिक समय में छात्रों को आवश्यकता है। उन्होंने छात्र–छात्राओं से नियमित रूप से यहां आने और अध्ययन संस्कृति को मजबूत करने की अपील की।’
पुस्तकालय के संचालक एवं सेवानिवृत्त बैंककर्मी प्रवीण कुमार ने कहा कि तकनीक और गूगल के जमाने में भी एक सुसज्जित पुस्तकालय की महत्ता कम नहीं हुई है। उन्होंने बताया कि क्षेत्र में गुणवत्ता पूर्ण अध्ययन-अध्यापन के लिए एक ऐसी जगह की आवश्यकता महसूस की जा रही थी, जहां कम खर्च में बेहतर सुविधाएँ उपलब्ध हों। इसी सोच के साथ माइंड नेस्ट स्टडी हब की स्थापना की गई है। प्रवीण कुमार ने कहा कि यह पुस्तकालय उन छात्रों के लिए खास उपयोगी होगा जो शांत वातावरण में पढ़ाई करना चाहते हैं या प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं।
कार्यक्रम में उपस्थित छात्रों ने भी पुस्तकालय की शुरुआत को स्वागतयोग्य कदम बताया। उन्होंने कहा कि यह स्थान न केवल पढ़ाई का वातावरण देगा, बल्कि डिजिटल संसाधनों के माध्यम से आधुनिक शिक्षा प्रणाली से भी जोड़ेगा।
उद्घाटन समारोह में स्तुति सिंह, अनामिका कुमारी, मनीषा कुमारी, अभिनव कुमार, समाजसेवी पवन महतो, सुभाष चंद्र मिश्र, और भाकपा माले नेता सुरेंद्र प्रसाद सिंह सहित कई गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे। सभी ने पुस्तकालय की पहल की सराहना करते हुए कहा कि यह शहर के शैक्षणिक वातावरण को नई दिशा देगा।’
माइंड नेस्ट स्टडी हब के उद्घाटन से समस्तीपुर में शिक्षा के एक नए अध्याय की शुरुआत मानी जा रही है, जो छात्रों को ज्ञान, संसाधन और अवसर—तीनों एक साथ उपलब्ध कराएगा।




