समस्तीपुर जिले के पटोरी प्रखंड स्थित उत्क्रमित कन्या मध्य विद्यालय, शाहपुर उंडी में एक शिक्षक द्वारा सातवीं कक्षा के छात्र को छड़ी से पीटकर हाथ तोड़ देने का गंभीर आरोप सामने आया है। मामले ने तूल पकड़ लिया है और पीड़ित पक्ष द्वारा डीएम, डीईओ, एसडीओ तथा थानाध्यक्ष को लिखित शिकायत देकर कार्रवाई की मांग की गई है।
पीड़ित छात्र दिव्यांशु राज की मां ज्योति कुमारी, जो नगर परिषद शाहपुर पटोरी के वार्ड संख्या-20 की निवासी हैं, ने अपने आवेदन में कहा है कि उनका बेटा 22 नवंबर (शनिवार) को सामान्य रूप से स्कूल गया था। तीसरी घंटी के दौरान शिक्षक अनुराग ने उसे बिना कारण छड़ी से मारा, जिससे उसका बायां हाथ टूट गया।
ज्योति कुमारी का आरोप है कि जब वे स्कूल पहुंचीं तो सभी शिक्षक आरोपी शिक्षक का पक्ष लेते दिखे। उलटा छात्र पर ही आरोप लगाते हुए स्कूल स्टाफ ने उन्हें फटकार कर भगा दिया। शिकायतकर्ता का कहना है कि उनके बेटे के हाथ में फ्रैक्चर है और एक्स-रे रिपोर्ट सहित वीडियो भी वायरल हो चुका है जिसमें बच्चा प्लास्टर लगे हाथ के साथ दिख रहा है।
वहीं आरोपी शिक्षक अनुराग ने अपने ऊपर लगाए गए सभी आरोपों को गलत बताया है। अनुराग का कहना है कि कक्षा सात की दो छात्राओं ने दिव्यांशु राज और एक अन्य छात्र पर छेड़खानी और परेशान करने की शिकायत की थी। इस शिकायत की जांच के लिए उन्हें कक्षा में भेजा गया था। पूछताछ के दौरान उन्होंने बच्चों को केवल एक-एक हल्की छड़ी मारी थी, लेकिन ऐसी कोई मार नहीं की जिससे हाथ टूट जाए।
अनुराग ने बताया कि आरोपों से वे मानसिक रूप से परेशान हैं और इसी तनाव के कारण उनकी तबीयत बिगड़ गई, जिसके चलते वे अस्पताल में भर्ती हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें इस मामले में जानबूझकर फंसाया जा रहा है।
इस घटना पर विद्यालय के हेडमास्टर प्रियरंजन दास रंजन ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। हेडमास्टर के अनुसार, घटना तीसरी घंटी की बताई जा रही है, जबकि छात्र दिव्यांशु राज पूरी स्कूल अवधि के बाद ही घर लौटा था। उन्होंने कहा कि यदि तीसरी घंटी में उसका हाथ टूट गया होता, तो वह किसी भी स्थिति में अंतिम घंटी तक सामान्य रूप से स्कूल में नहीं रह सकता था। हेडमास्टर ने आरोपों को पूरी तरह निराधार बताते हुए कहा कि मामला जांच योग्य है, लेकिन छात्र व उसकी मां के दावे तथ्यात्मक नहीं लगते।
अब मामला अधिकारियों तक पहुंच चुका है। शिकायत के आधार पर प्रशासनिक स्तर पर जांच की संभावना बढ़ गई है। इधर, वीडियो वायरल होने के बाद स्थानीय लोग भी घटना पर चर्चाएं कर रहे हैं और विद्यालय व्यवस्थापन की भूमिका पर सवाल उठा रहे हैं। मामले पर आगे प्रशासन क्या कदम उठाता है, यह देखना महत्वपूर्ण होगा।




