Sushant Verma
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भाषा-साहित्य
हर तअल्लुक जंग है खाया हुआ – सुशान्त वर्मा
किस क़दर है काम में लाया हुआ हर तअल्लुक़ ज़ंग है खाया हुआ रोज़ थोड़ा थोड़ा मैं ज़ाया हुआ तब…
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किस क़दर है काम में लाया हुआ हर तअल्लुक़ ज़ंग है खाया हुआ रोज़ थोड़ा थोड़ा मैं ज़ाया हुआ तब…
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