पटना : राजधानी पटना में ट्रैफिक जाम, अतिक्रमण, अवैध पार्किंग और अव्यवस्थित परिवहन व्यवस्था पर लगाम कसने के लिए आज प्रमंडलीय आयुक्त अनिमेष कुमार पराशर की अध्यक्षता में उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक आयोजित की गई। आयुक्तालय सभाकक्ष में हुई इस बैठक में जिला प्रशासन, पुलिस, नगर निकाय, परिवहन, पथ निर्माण, एनएचएआई और स्मार्ट सिटी सहित सभी संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे। बैठक में राजधानी को सुरक्षित, सुगम, जाम-मुक्त और आधुनिक ट्रैफिक प्रबंधन वाली शहर बनाने की दिशा में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।
प्रमंडलीय आयुक्त बोले—“सरकार जनता को सर्वोत्तम सुविधा देने के लिए प्रतिबद्ध”
आयुक्त पराशर ने कहा कि पटना पूर्वी भारत का प्रमुख द्वार है और यहां सुगम यातायात व्यवस्था जीवन-स्तर सुधारने, आर्थिक गतिविधियों को गति देने और दुर्घटनाओं में कमी लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। उन्होंने कहा कि अतिक्रमण, अवैध पार्किंग और नियम उल्लंघन के खिलाफ “जीरो टॉलरेंस” नीति लागू है। सभी विभागों को समन्वय बनाकर आदेशों का प्रभावी पालन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया।
अधिकारी रहें एक्शन मोड में—सड़कों को हर हाल में बनाना है बाधारहित
आयुक्त ने कहा कि पटना में ट्रैफिक जाम एक गंभीर चुनौती है और उसको खत्म करने के लिए अधिकारियों को लगातार पेट्रोलिंग करनी होगी। सीसीटीवी कैमरों को पूरी क्षमता पर चालू रखने, वेंडिंग ज़ोन चिह्नित करने और दीर्घकालीन योजना पर काम करने के निर्देश दिए गए।
उन्होंने कहा कि फुटपाथ सिर्फ पैदल यात्रियों के लिए है। महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग सुरक्षित रूप से चल सकें, यह सुनिश्चित करना प्रशासन की जिम्मेदारी है। अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि फुटपाथों पर अतिक्रमण न हो और पैदल यात्रियों से नियमित संवाद कर उनकी जरूरतों को समझा जाए।
अतिक्रमण हटाने में आएगी तेजी, अवैध पार्किंग पर कड़ी कार्रवाई
आयुक्त पराशर ने अतिक्रमण उन्मूलन अभियान को और अधिक प्रभावी बनाने का निर्देश दिया। उनके अनुसार, नेहरू पथ, बैरिया मोड़, अशोक राजपथ, अटल पथ और गांधी मैदान जैसे व्यस्त मार्गों पर नियमित अतिक्रमण हटाया जा रहा है। स्थायी अतिक्रमणों की पहचान कर विधि-सम्मत कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया।
30 नवंबर तक हट जाएं पुरानी गाड़ियां और मरम्मत गैराज
बैठक में पांच महत्वपूर्ण निर्देश जारी किए गए—
- सड़कों के किनारे खड़ी पुरानी गाड़ियां और सड़क किनारे चल रहे मरम्मत गैराज को 30 नवंबर तक बंद कराना होगा।
1 दिसंबर से किसी भी सड़क किनारे पुरानी या खराब गाड़ी नहीं दिखनी चाहिए। - पार्किंग स्थलों पर खरीद-बिक्री के लिए रखी गई गाड़ियों की पहचान दो दिनों के अंदर की जाए।
1 दिसंबर के बाद ऐसी गाड़ियां कहीं नहीं दिखनी चाहिए। - रात में वीडियोग्राफी कर सड़कों पर खड़ी गाड़ियों की सूची जिला परिवहन पदाधिकारी बनाएंगे।
1 दिसंबर से सड़क किनारे पार्क वाहनों को जब्त कर जुर्माना किया जाएगा। - फुटपाथ पर किसी भी प्रकार का अवरोध नहीं होना चाहिए।
पैदल यात्रियों के लिए बाधारहित मार्ग सुनिश्चित करना अनिवार्य है। - सीसीटीवी से अतिक्रमण, अवैध पार्किंग और नियम उल्लंघन की मॉनिटरिंग कर स्पॉट पर ही चालान।
तकनीक का अधिकतम उपयोग करने पर भी जोर दिया गया।
आईटीएमएस के तहत 3300 से अधिक सीसीटीवी कैमरे सक्रिय
पटना स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा शहर में 415 स्थानों पर 3300 से अधिक हाई-टेक कैमरे लगाए गए हैं, जिनमें—
- 2,602 सीसीटीवी सर्विलांस कैमरे
- 473 आरएलवीडी (रेड लाइट वॉयलेशन) कैमरे
- 150 एएनपीआर (ऑटोमैटिक नंबर प्लेट रिकॉग्निशन)
- 120 व्हीकल क्लासिफिकेशन कैमरे
- 12 स्पीड वॉयलेशन कैमरे
इसके अलावा 69 स्थानों पर पब्लिक एड्रेस सिस्टम से नियमित घोषणाएं की जा रही हैं। आयुक्त ने कहा कि आधुनिक तकनीक पटना जैसे शहर के लिए आवश्यक है और इससे यातायात पूरी तरह व्यवस्थित होगा।
मेट्रो और सीएनजी बसें—आधुनिक ट्रांसपोर्ट का नया दौर
आयुक्त ने कहा कि दिल्ली की तरह पटना में भी मेट्रो सार्वजनिक परिवहन का स्वरूप बदल देगी। उन्होंने बताया कि सीएनजी आधारित बसें पर्यावरण के अनुकूल हैं और इनसे प्रदूषण और जाम की समस्या कम हो रही है।
ट्रैफिक सुधार के लिए प्रमुख प्रस्तावों पर चर्चा
बैठक में कई अहम स्थलों पर ट्रैफिक सुधार प्रस्तावों पर विस्तृत चर्चा हुई, जैसे—
- रेलवे स्टेशन क्षेत्र
- कारगिल चौक
- कंकड़बाग
- राजा बाजार
- पाटलिपुत्र बस टर्मिनल
- बैरिया मोड़
- अशोक राजपथ
- नेहरू पथ
साथ ही वेंडिंग जोन अंकित करना, मल्टिलेवल पार्किंग, ऑटो स्टैंड, नो एंट्री समय निर्धारण, सड़क चौड़ीकरण, अंडरपास और FOB निर्माण, साइनबोर्ड लगाने पर भी विस्तृत विचार किया गया।
अवैध पार्किंग, ओवरस्पीडिंग और अवैध ठहराव पर सख्त कार्रवाई
जिला परिवहन पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि—
- नियमित स्पेशल ड्राइव चलाएँ
- अवैध पार्किंग और ओवरस्पीडिंग पर कार्रवाई करें
- सीसीटीवी से निगरानी कर नियम उल्लंघन पर तात्कालिक दंड लगाएँ
पटना को जाम-मुक्त और आधुनिक शहर बनाने की प्रतिबद्धता
आयुक्त ने कहा कि “पटना हमारा शहर है, इसे बेहतर बनाना हम सभी की जिम्मेदारी है।”
प्रशासन द्वारा लगातार कार्रवाई की जा रही है और आगे भी सभी स्टेकहोल्डर्स के साथ नियमित बैठकें होंगी।
यह बैठक पटना के भविष्य की बेहतर यातायात और शहरी व्यवस्था की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी।




