बिहार में हेरोइन व ग्रेनेड संग आतंकी गिरफ्तार, पाकिस्तान कनेक्शन उजागर
बिहार में हेरोइन और ग्रेनेड के साथ पकड़ा गया आतंकी, पाकिस्तान कनेक्शन का खुलासा
पूर्वी चंपारण/रक्सौल : बिहार के पूर्वी चंपारण जिले में सुरक्षा एजेंसियों को बड़ी सफलता मिली है। रक्सौल बॉर्डर के पास से एक नार्को–आतंकी मॉड्यूल से जुड़े आतंकवादी को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार आरोपी की पहचान राजबीर सिंह उर्फ फौजी के रूप में हुई है, जो भारतीय सेना का भगोड़ा जवान बताया जा रहा है। उसके पास से 500 ग्राम हेरोइन और एक हैंड ग्रेनेड बरामद किया गया है।
यह कार्रवाई हरैया रक्सौल थाना पुलिस और पंजाब स्टेट स्पेशल ऑपरेशन सेल (SSOC) की संयुक्त टीम द्वारा 18 दिसंबर को कस्टम चौक के पास की गई। जांच में सामने आया है कि आरोपी का संपर्क पाकिस्तान स्थित हैंडलर से था, जो उसे नशे और आतंकी गतिविधियों के लिए निर्देश देता था।
नेपाल के रास्ते भागने की फिराक में था आरोपी
पुलिस सूत्रों के अनुसार, राजबीर सिंह नेपाल के रास्ते देश से फरार होने की योजना बना रहा था। उसे इसी दौरान रक्सौल बॉर्डर के पास दबोच लिया गया। पूछताछ में पता चला है कि आरोपी वर्ष 2011 में भारतीय सेना में भर्ती हुआ था, लेकिन फरवरी 2025 में अमृतसर ग्रामीण जिले के घरिंडा थाना में दर्ज जासूसी मामले में नाम आने के बाद वह सेना से फरार हो गया था।
नेपाल में रहकर करता था नशे की तस्करी
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जब पंजाब और हरियाणा में उसके खिलाफ केस दर्ज हुए, तब वह नेपाल फरार हो गया था। नेपाल में छिपकर वह भारत में हेरोइन की तस्करी में सक्रिय था। इसी दौरान उसके पाकिस्तान कनेक्शन का खुलासा हुआ, जिससे सुरक्षा एजेंसियों की चिंता और बढ़ गई।
कई संगीन मामलों में रहा है शामिल
राजबीर सिंह उर्फ फौजी पर अमृतसर, हरियाणा और अन्य राज्यों में कई गंभीर मामले दर्ज हैं। बताया जा रहा है कि वह महिला थाने पर हैंड ग्रेनेड हमले और अमृतसर के एक थाने में जासूसी गतिविधियों में भी शामिल रहा है। सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि वह नार्को–आतंकी नेटवर्क का अहम हिस्सा है।
ट्रांजिट रिमांड पर पंजाब ले गई पुलिस
गिरफ्तारी के बाद पंजाब पुलिस आरोपी को ट्रांजिट रिमांड पर अपने साथ पंजाब ले गई है, जहां उससे गहन पूछताछ की जाएगी। एजेंसियों को उम्मीद है कि पूछताछ के दौरान नशा तस्करी और आतंकी नेटवर्क से जुड़े कई बड़े खुलासे हो सकते हैं।
इस गिरफ्तारी को नार्को–आतंकी मॉड्यूल के खिलाफ सुरक्षा एजेंसियों की बड़ी कामयाबी माना जा रहा है।




