समस्तीपुर; शहरीकरण और यातायात समस्याएँ: भोला टॉकीज चौक बढ़ता जाम
भोला टॉकीज चौक पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग (गुमती नं. 33) समस्तीपुर में यातायात समस्या का प्रमुख केंद्र बन गया है।
समस्तीपुर : बिहार में पिछले कुछ वर्षों में शहरीकरण की गति ने छोटे शहरों के परिदृश्य को पूरी तरह बदल दिया है। इस बदलाव ने कई छोटे शहरों को नगर निगम का दर्जा दिलाया है। समस्तीपुर भी इस परिवर्तन का हिस्सा बनते हुए नगर निगम में तब्दील हो गया है। हालांकि, इस शहरीकरण के साथ यातायात की समस्याएँ भी तेजी से बढ़ी हैं। विशेष रूप से, भोला टॉकीज चौक ”Bhola Tokeej chowk” पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग (गुमती नं. 33) समस्तीपुर में यातायात समस्या का प्रमुख केंद्र बन गया है।
यातायात समस्या और इसके प्रभाव
भोला टॉकीज चौक पर रेलवे क्रॉसिंग के कारण दिनभर यातायात बाधित रहता है। सुबह और शाम के समय, जब लोग कार्यालय या अपने व्यवसाय के लिए बाहर निकलते हैं, इस क्षेत्र में भीषण जाम लगना आम बात हो गई है। यह जाम न केवल समय की बर्बादी का कारण बनता है, बल्कि लोगों की दिनचर्या को भी बुरी तरह प्रभावित करता है।
यह समस्या सिर्फ यातायात में देरी तक सीमित नहीं है। जाम के कारण एम्बुलेंस और अन्य आपातकालीन सेवाएँ भी प्रभावित होती हैं। छात्रों, कर्मचारियों और व्यवसायियों के लिए समय पर अपने गंतव्य तक पहुँचना मुश्किल हो गया है। स्थानीय निवासियों ने इस समस्या को हल करने के लिए प्रशासन और राजनीतिक नेताओं से कई बार अपील की है, लेकिन अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
सरकारी वादे और हकीकत
2024 के लोकसभा चुनाव से पहले बिहार सरकार में मंत्री श्री अशोक चौधरी ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के माध्यम से आश्वासन दिया था कि 15 अगस्त 2024 से पहले भोला टॉकीज चौक पर जाम की समस्या समाप्त कर दी जाएगी। इस वादे ने स्थानीय लोगों में उम्मीदें जगाई थीं। लेकिन, अगस्त के बाद तीन महीने बीत चुके हैं, और अब तक इस दिशा में कोई प्रगति नहीं दिखी है।
फ्लाईओवर निर्माण: समस्या का समाधान
भोला टॉकीज चौक की यातायात समस्या को स्थायी रूप से हल करने के लिए फ्लाईओवर का निर्माण सबसे व्यावहारिक उपाय हो सकता है। फ्लाईओवर न केवल इस जाम को खत्म करेगा, बल्कि यह क्षेत्र के आर्थिक और सामाजिक विकास में भी योगदान देगा। इसके निर्माण से समय और ऊर्जा की बचत होगी, जिससे स्थानीय निवासियों और व्यवसायों को लाभ होगा।
सरकार की भूमिका और जिम्मेदारी
यातायात समस्या का समाधान किसी भी शहरीकरण प्रक्रिया का अनिवार्य हिस्सा होना चाहिए। सरकार को समस्तीपुर जैसी उभरती हुई नगर निगम में बुनियादी ढाँचे के विकास को प्राथमिकता देनी चाहिए। फ्लाईओवर जैसी परियोजनाएँ न केवल यातायात को सुचारू बनाएँगी, बल्कि क्षेत्र के विकास में भी तेजी लाएँगी।
निष्कर्ष
भोला टॉकीज चौक पर यातायात की समस्या समस्तीपुर के विकास में बाधा बन रही है। शहरीकरण के साथ आने वाली समस्याओं को नजरअंदाज करना समाधान नहीं है। सरकार और प्रशासन को मिलकर इस समस्या का समाधान ढूँढना चाहिए। यदि समय रहते कदम उठाए जाएँ, तो न केवल समस्तीपुर का यातायात सुधरेगा, बल्कि यह शहर बिहार के तेजी से विकसित होते क्षेत्रों में अपनी पहचान बनाएगा।