Bihar Election 2025 : नवंबर 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव की मतगणना शुरू होते ही पूरे प्रदेश का राजनीतिक तापमान तेजी से बढ़ गया है। सुबह 8 बजे से ही ईवीएम खुलनी शुरू हुई, और शुरुआती रुझानों ने सभी दलों की धड़कनें बढ़ा दी हैं। मतदान केंद्रों के बाहर सुरक्षा कड़ी है, जबकि अंदर अधिकारी अत्यंत सतर्कता के साथ वोटों की गिनती में लगे हुए हैं।
एनडीए (NDA) गठबंधन की मजबूत शुरुआत
अब तक मिले शुरुआती रुझानों के अनुसार एनडीए गठबंधन मजबूत स्थिति में दिखाई दे रहा है। बीजेपी और जेडीयू दोनों ही कई महत्वपूर्ण एवं पारंपरिक सीटों पर बढ़त बनाए हुए हैं।
ग्रामीण इलाकों में गठबंधन का प्रदर्शन अपेक्षा से बेहतर माना जा रहा है। शुरुआती घंटों की बढ़त बताती है कि एनडीए ग्रामीण मतदाता की पसंद में अब भी मजबूती से मौजूद है।
महागठबंधन (RJD–Congress–Left) की कड़ी टक्कर
महागठबंधन खासकर मुस्लिम–यादव बहुल क्षेत्रों में अच्छी पकड़ बनाए हुए है।
शहरी क्षेत्रों में मुकाबला बेहद कड़ा है, जबकि कुछ ग्रामीण सीटों पर महागठबंधन ने प्रभावी वापसी की है।
विश्लेषकों का कहना है कि यदि यह रुझान देर शाम तक कायम रहता है, तो कई सीटों पर दिलचस्प परिणाम देखने को मिल सकते हैं।
नई क्षेत्रीय पार्टियों का अप्रत्याशित प्रदर्शन
2025 के चुनाव का एक खास पहलू यह भी है कि कई नई और उभरती क्षेत्रीय पार्टियाँ उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन करती दिख रही हैं।
युवा और पहली बार वोट डालने वाले मतदाताओं का झुकाव इन दलों की तरफ देखा जा रहा है।
कई सीटों पर क्षेत्रीय दल पारंपरिक शक्तिशाली पार्टियों को चुनौती दे रहे हैं, जिससे मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है।
स्वतंत्र उम्मीदवार भी रेस में मजबूत
कुछ विधानसभा सीटों पर स्वतंत्र उम्मीदवार उल्लेखनीय बढ़त बनाए हुए हैं।
यह रुझान साफ दर्शाता है कि स्थानीय मुद्दों, व्यक्तिगत लोकप्रियता और जनता के भरोसे ने इन उम्मीदवारों को मजबूत विकल्प के रूप में उभारा है।
विशेषकर 2–3 सीटों पर स्वतंत्र उम्मीदवार परिणामों को निर्णायक रूप से प्रभावित कर सकते हैं।
शुरुआती रुझानों की समग्र तस्वीर
- एनडीए — कई सीटों पर मजबूत बढ़त
- महागठबंधन — टक्कर बराबरी की, प्रमुख सीटों पर कांटे की लड़ाई
- क्षेत्रीय दल — 5–10 सीटों पर चौंकाने वाले रुझान
- स्वतंत्र उम्मीदवार — 2–3 सीटों पर प्रभावशाली शुरुआत
राजनीतिक हलचल और विश्लेषण
सभी दलों के चुनावी मुख्यालयों में उत्साह और बेचैनी का मिला-जुला माहौल है।
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई है, और राजनीतिक विश्लेषक इन शुरुआती रुझानों को बिहार में बदलते राजनीतिक समीकरणों का संकेत मान रहे हैं।
विशेषज्ञों के अनुसार शाम तक रुझान और स्पष्ट होंगे, और तब तक कोई भी दल अंतिम परिणाम को लेकर पूरी तरह आश्वस्त नहीं है।
भले ही अभी केवल शुरुआती रुझान आए हैं, लेकिन एक बात निश्चित है—
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 इस बार भी संघर्ष, प्रतिस्पर्धा और नए राजनीतिक संदेशों से भरपूर चुनाव साबित हो रहा है।




