समस्तीपुर: विधानसभा चुनाव संपन्न होने के बाद जिले में सोशल मीडिया पर अभद्र, भड़काऊ और विभाजनकारी पोस्टों की संख्या तेजी से बढ़ी है। इसको देखते हुए समस्तीपुर पुलिस अब पूरी तरह अलर्ट मोड में आ गई है। जिलास्तर पर सोशल मीडिया मॉनिटरिंग व्यवस्था को मजबूत करते हुए हर अनुमंडल में एक-एक सिपाही को विशेष मॉनिटरिंग के लिए तैनात किया गया है। इस पूरी व्यवस्था का संचालन साइबर डीएसपी दुर्गेश दीपक को नोडल पदाधिकारी बनाकर सौंपा गया है।
मुख्य प्लेटफॉर्म्स पर कड़ी निगरानी
साइबर डीएसपी दुर्गेश दीपक ने बताया कि फेसबुक, व्हाट्सएप, ट्विटर (X), इंस्टाग्राम, यूट्यूब सहित सभी प्रमुख सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर निगरानी और तेज कर दी गई है। कई लोग चुनाव परिणाम के बाद गाली-गलौज वाले वीडियो, भड़काऊ टिप्पणियाँ और राजनीतिक दलों के खिलाफ आपत्तिजनक सामग्री पोस्ट कर रहे हैं, जिससे समाज में तनाव बढ़ने का खतरा है। ऐसे कंटेंट पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी।
हर अनुमंडल में सोशल मीडिया मॉनिटरिंग सिपाही नियुक्त
सोशल मीडिया पर तेजी से फैलती गलत सूचनाओं और भड़काऊ पोस्टों पर लगाम लगाने के लिए हर अनुमंडल में एक-एक पुलिस सिपाही को विशेष रूप से मॉनिटरिंग की जिम्मेदारी दी गई है। ये सिपाही 24×7 सोशल मीडिया पर नजर रखेंगे और संदिग्ध या उकसाने वाली पोस्टों की रिपोर्ट सीधे जिला सोशल मीडिया मॉनिटरिंग सेल को भेजेंगे।
नियुक्ति निम्न कार्यालयों में की गई है—
- सदर एसडीपीओ-1 कार्यालय
- सदर एसडीपीओ-2 कार्यालय
- रोसड़ा एसडीपीओ कार्यालय
- दलसिंहसराय एसडीपीओ कार्यालय
- पटोरी एसडीपीओ कार्यालय
आपत्तिजनक पोस्ट पर लगातार FIR
साइबर डीएसपी के अनुसार मॉनिटरिंग टीम ने अब तक आधे दर्जन से अधिक आपत्तिजनक पोस्ट को चिन्हित किया है। इनमें से कई मामलों में प्राथमिकी दर्ज की जा चुकी है।
कुछ प्रमुख मामलों में—
- मोहिउद्दीननगर में राजद मंच से एक बच्चे द्वारा विवादास्पद गाना गाने का मामला।
- चिराग पासवान के नाम से फर्जी रिकार्डिंग बनाकर वायरल करने का मामला।
- राजद समर्थक द्वारा विपक्षी दल के खिलाफ जातिसूचक टिप्पणी करने का मामला।
- रोसड़ा से जीते भाजपा विधायक विरेंद्र कुमार पर अभद्र टिप्पणी करने का मामला।
इन मामलों के अलावा लगभग आधा दर्जन अन्य पोस्टों की भी पहचान की गई है। इनके पेज एडमिन को नोटिस भेजा गया है तथा कई पर FIR की प्रक्रिया जारी है।
किसी को बख्शा नहीं जाएगा: साइबर डीएसपी
साइबर डीएसपी ने साफ कहा कि सोशल मीडिया पर माहौल बिगाड़ने वालों को किसी भी स्थिति में बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने आम जनता और सभी राजनीतिक दलों के समर्थकों से अपील की है कि वे किसी भी प्रकार का भ्रामक, उकसाने वाला, जातीय या भड़काऊ कंटेंट पोस्ट न करें।
साइबर पुलिस की स्पेशल यूनिट ने सभी विवादास्पद और संवेदनशील पोस्ट की सूची तैयार करनी शुरू कर दी है। इनकी जांच के आधार पर प्राथमिकी दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
जिला पुलिस का कहना है कि समस्तीपुर में कानून-व्यवस्था बनाए रखने और साम्प्रदायिक या राजनीतिक तनाव को रोकने के लिए सोशल मीडिया मॉनिटरिंग को और भी सख्ती से लागू किया जाएगा।




