मध्य प्रदेश विधानसभा का पाँच दिवसीय शीतकालीन सत्र आज से हुआ शुरू
भोपाल : मध्य प्रदेश विधानसभा का पाँच दिवसीय शीतकालीन सत्र आज सोमवार से शुरू हो गया है। सत्र की शुरुआत से पहले प्रदेश की राजनीति में हलचल तेज हो गई है। विपक्ष ने सरकार को घेरने की रणनीति तैयार कर ली है, जबकि विधानसभा सचिवालय ने कार्यवाही के सुचारू संचालन के लिए सभी व्यवस्थाएँ कर दी हैं।
रविवार को कांग्रेस ने एक अहम बैठक बुलाई, जिसमें राज्य की बीजेपी सरकार पर कथित अराजकता, विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) में अनियमितताओं और बढ़ते कृषि संकट को मुद्दा बनाते हुए विस्तृत रूप से चर्चा की गई। पार्टी नेतृत्व ने तय किया कि इन मुद्दों को सत्र में प्रमुखता से उठाया जाएगा और सरकार से जवाबदेही की माँग की जाएगी। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि किसानों की लगातार बिगड़ती स्थिति, समर्थन मूल्य को लेकर असंतोष और प्रशासनिक अव्यवस्थाओं ने प्रदेश में गंभीर माहौल बना दिया है।
वहीं, विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने सत्र से पहले तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों के साथ बैठक कर सदन की कार्यवाही को शांतिपूर्ण और सुचारू रूप से संचालित करने के लिए निर्देश जारी किए। अध्यक्ष ने कहा कि सभी दलों को लोकतांत्रिक मर्यादाओं का पालन करते हुए रचनात्मक बहस में शामिल होना चाहिए।
शीतकालीन सत्र के दौरान कई महत्वपूर्ण विधेयक सदन में प्रस्तुत किए जाने की संभावना है। इसके साथ ही सरकार राज्य के विकास कार्यों और हालिया योजनाओं पर अपनी रिपोर्ट भी सदन के सामने रख सकती है।
सत्र के सुचारू संचालन और राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप के बीच यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि विधानसभा में कौन से मुद्दे प्रमुख रूप से छाए रहते हैं और सरकार तथा विपक्ष किस तरह अपनी रणनीतियों को लागू करते हैं।




