Patna | संवाददाता विशेष : भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के वीर सेनानी और ‘करो या मरो’ आंदोलन के नायक अमर शहीद रामफल मंडल की 101वीं जयंती पर दो बड़े आयोजन होने जा रहे हैं। एक ओर जहां सीवान जिले के महाराजगंज में उनकी जयंती के उपलक्ष्य में श्रद्धांजलि समारोह का आयोजन किया जाएगा, वहीं मधुबनी में धानुक समाज छात्रावास के भूमि पूजन का भव्य कार्यक्रम आयोजित होगा।
रामफल मंडल का जन्म 6 अगस्त 1924 को ग्राम मधुरापुर, प्रखंड बाजपट्टी, जिला सीतामढ़ी (बिहार) में हुआ था। उनके पिता का नाम गोकुल मंडल, माता का नाम गरबी देवी तथा पत्नी का नाम जगपतिया देवी था। चार भाइयों में वे तीसरे स्थान पर थे – रामशरण मंडल, महंथ मंडल, रामफल मंडल और मिश्री मंडल।
रामफल मंडल ने 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन में बाजपट्टी, सीतामढ़ी क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभाई। अंग्रेज सरकार ने उन्हें देशद्रोह के आरोप में कांड संख्या 473/1942 के तहत गिरफ्तार किया और 23 अगस्त 1943 को भागलपुर सेंट्रल जेल में फांसी की सजा दी गई। वे अखंड बिहार के पहले स्वतंत्रता सेनानी हैं जिन्हें 1942 के आंदोलन में शहीद होने का गौरव प्राप्त है, फिर भी अभी तक सरकारी तौर पर उन्हें शहीद का दर्जा नहीं मिला है, जो कि अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है।
इस विषय पर अखिल भारतीय धानुक एकता महासंघ के बिहार प्रदेश सारण प्रमंडल प्रभारी कमलेश भारती ने जानकारी देते हुए कहा कि 6 अगस्त को महाराजगंज, सीवान में शहीद रामफल मंडल की जयंती पर सम्मान समारोह का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस समारोह में बिहार के विभिन्न जिलों से धानुक समाज के बुद्धिजीवी, समाजसेवी, प्रदेश पदाधिकारी और आमजन जुटेंगे।
कमलेश भारती ने कहा कि सरकार को अविलंब अमर शहीद रामफल मंडल को शहीद का दर्जा देना चाहिए। उन्होंने यह भी जोड़ा कि इस तरह के आयोजन केवल श्रद्धांजलि भर नहीं हैं, बल्कि यह अपने हक और अधिकार की लड़ाई का हिस्सा हैं।
इसी दिन, यानी 6 अगस्त 2025 को, मधुबनी जिले के बसुआरा में एक और ऐतिहासिक पहल होने जा रही है – धानुक छात्रावास के लिए भूमि पूजन। इस छात्रावास के लिए भूदाता भ्राताद्वय कौशल किशोर मंडल और शिक्षक शम्भू प्रसाद मंडल ने अपनी करोड़ों की पैतृक भूमि दान में दी है, जो धानुक समाज की शिक्षा और प्रगति के लिए एक प्रेरणादायक कदम है।
इस भूमि पूजन कार्यक्रम की अध्यक्षता छात्रावास निर्माण समिति के अध्यक्ष डॉ. जगदेव मंडल करेंगे। कार्यक्रम में समाजसेवियों, बुद्धिजीवियों और गणमान्य नागरिकों को आमंत्रित किया गया है। हाल ही में डॉ. जगदेव मंडल के आवास पर आयोजित बैठक में कार्यक्रम की रूपरेखा और सभी आवश्यक तैयारियों की समीक्षा की गई थी। बैठक में उमानाथ मंडल, ज्योति नारायण मंडल, संतोष मंडल, बचनू मंडल, सुरेंद्र मंडल, सहित दर्जनों प्रतिष्ठित लोगों की उपस्थिति रही।
अखिल भारतीय धानुक एकता महासंघ के प्रदेश महामंत्री डॉ. मनोज कुमार गौतम ने इस भूमि दान के लिए भूदाताओं और छात्रावास निर्माण समिति को धन्यवाद देते हुए इसे समाज के लिए ऐतिहासिक क्षण बताया। उन्होंने कहा कि यह छात्रावास आर्थिक रूप से पिछड़े धानुक समाज के होनहार युवाओं को आवास और शिक्षा के बेहतर अवसर प्रदान करेगा।
डॉ. गौतम ने यह भी कहा कि “उस दिन हमें और अधिक खुशी होगी जब छात्रावास पूरी सुविधाओं से लैस होकर तैयार होगा और जिले भर के गरीब छात्र वहां रहकर अपने उज्जवल भविष्य की नींव रखेंगे।”
इन दोनों आयोजनों – एक तरफ श्रद्धांजलि समारोह और दूसरी ओर छात्रावास भूमि पूजन – से यह स्पष्ट है कि धानुक समाज अपने इतिहास, शौर्य और शिक्षा के क्षेत्र में विकास को लेकर सजग और प्रतिबद्ध है। यह आयोजन समाज में एकता, जागरूकता और उत्थान की दिशा में मील का पत्थर साबित होंगे। यह खवर ग्लोबल न्यूज़ 24 से लिया गया है।