बिहार के गोपालगंज जिले स्थित प्रसिद्ध शक्तिपीठ थावे दुर्गा मंदिर में गुरुवार की सुबह एक सनसनीखेज चोरी की घटना सामने आई, जिसने श्रद्धालुओं और प्रशासन दोनों को हिला कर रख दिया। चोरों ने मंदिर के गर्भगृह में घुसकर मां दुर्गा की प्रतिमा से सोना-चांदी के मुकुट, हार सहित अन्य कीमती आभूषण चुरा लिए। इसके साथ ही मंदिर परिसर में बने लॉकर को तोड़ दिया गया और दानपेटी भी उठा ले जाई गई।
जानकारी के अनुसार, चोरी गए आभूषणों में वह 251 ग्राम वजन का स्वर्ण मुकुट भी शामिल है, जिसकी कीमत करीब 51 लाख रुपये बताई जा रही है। यह मुकुट पिछले वर्ष झारखंड के एक व्यवसायी द्वारा मां थावेवाली को अर्पित किया गया था। घटना के बाद मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं, क्योंकि थावे मंदिर को हाई सिक्योरिटी श्रेणी में रखा जाता है।
गुरुवार की सुबह जब पुजारी और श्रद्धालु पूजा-अर्चना के लिए मंदिर पहुंचे तो अंदर का नजारा देख हड़कंप मच गया। गर्भगृह में सामान बिखरा पड़ा था और मां के आभूषण गायब थे। तत्काल इसकी सूचना थावे थाना पुलिस को दी गई। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और पूरे मंदिर परिसर का निरीक्षण शुरू किया।
पुलिस जांच में सामने आया है कि चोर सीढ़ी और रस्सी के सहारे मंदिर के भीतर दाखिल हुए और कटर से ताला काटकर वारदात को अंजाम दिया। हैरानी की बात यह है कि इस दौरान मंदिर में तैनात सुरक्षा कर्मी कथित तौर पर सोते रहे। मंदिर में लगे सीसीटीवी कैमरों में चोरों की गतिविधियां कैद हुई हैं, जिसमें वे दानपेटी और मां के जेवर ले जाते हुए दिखाई दे रहे हैं। फुटेज में उस समय कोई भी सुरक्षा कर्मी मौजूद नहीं दिख रहा है।
घटना की गंभीरता को देखते हुए गोपालगंज के एसपी अवधेश दीक्षित स्वयं मंदिर पहुंचे और जांच की। उन्होंने बताया कि सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं और मंदिर में तैनात गार्ड एवं सुरक्षा कर्मियों की भूमिका की गहन जांच की जा रही है। लापरवाही पाए जाने पर संबंधित लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
इस घटना को लेकर राजनीतिक प्रतिक्रिया भी सामने आई है। गोपालगंज के सांसद आलोक कुमार सुमन ने इसे सुरक्षा में बड़ी चूक बताया है। उन्होंने कहा कि मामले की गंभीरता से जांच होनी चाहिए और चोरी गए गहनों की जल्द से जल्द बरामदगी सुनिश्चित की जाए। साथ ही उन्होंने भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त करने की मांग की।
फिलहाल इस घटना से श्रद्धालुओं में रोष और चिंता का माहौल है। मां थावेवाली के दरबार में हुई इस चोरी ने न सिर्फ आस्था को आहत किया है, बल्कि प्रशासनिक सतर्कता पर भी बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है।




