समस्तीपुर जंक्शन पर यात्रियों को ठगने का मामला एक बार फिर सामने आया है। उजियारपुर प्रखंड के महिसारी निवासी अमन कुमार के साथ हुई ठगी की घटना ने रेलवे सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। अमन ने रेल थाना समस्तीपुर में लिखित शिकायत दर्ज कराते हुए आरोप लगाया है कि एक अनजान युवक ने टिकट दिलाने का भरोसा देकर उससे रुपये और मोबाइल फोन ठग लिए और मौके से फरार हो गया।
कैसे हुई घटना?
पीड़ित अमन कुमार ने बताया कि वह वैशाली एक्सप्रेस पकड़ने समस्तीपुर जंक्शन पहुँचे थे, लेकिन ट्रेन प्लेटफॉर्म से प्रस्थान कर चुकी थी। इसके बाद जब वह दोबारा टिकट लेने के लिए आरक्षण केंद्र पहुंचे, तभी एक अज्ञात युवक ने उनसे बातचीत शुरू की और खुद को टिकट दिलाने में मदद करने वाला बताकर भरोसा जीत लिया।
अमन के अनुसार, उस युवक ने तत्काल टिकट की व्यवस्था कराने का दावा करते हुए 1800 रुपये की मांग की। भरोसा करते हुए अमन ने उसे रकम दे दी। इसके बाद आरोपी ने मोबाइल पर ओटीपी भेजने का बहाना बनाकर अमन का फोन भी अपने पास रख लिया। युवक ने कुछ देर इंतजार करने को कहा, लेकिन फिर वह किसी काम का बहाना बनाकर वहां से चला गया और उसके बाद कभी नहीं लौटा।
पीड़ित को हुआ शक, पुलिस को दी सूचना
काफी देर तक इंतजार और खोजबीन के बाद जब युवक नहीं मिला, तब अमन को ठगी का अहसास हुआ। तुरंत ही उन्होंने रेल थाना समस्तीपुर पहुंचकर पूरी घटना की जानकारी पुलिस को दी और कार्रवाई की मांग की।
रेल पुलिस की सक्रियता
रेल पुलिस ने पीड़ित की शिकायत के आधार पर मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस जंक्शन परिसर में लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है, ताकि आरोपी की पहचान कर उसे गिरफ्तार किया जा सके। रेलवे पुलिस का कहना है कि आरोपी की गतिविधियों और आने-जाने के रास्तों की फुटेज की मदद से जल्द ही उसकी पहचान संभव है।
रेल प्रशासन की अपील
रेल अधिकारियों ने यात्रियों से सतर्क रहने की अपील की है। उन्होंने स्पष्ट किया है कि:
- किसी अनजान व्यक्ति के कहने पर टिकट या पैसे का लेन-देन न करें।
- ओटीपी, पासवर्ड या मोबाइल किसी को न दें।
- रेलवे टिकट केवल आधिकारिक PRS काउंटर या IRCTC ऐप/वेबसाइट से ही लें।
- किसी भी संदिग्ध व्यक्ति की सूचना तुरंत आरपीएफ या जीआरपी को दें।
यह घटना एक बार फिर यात्रियों के बीच जागरूकता की आवश्यकता को उजागर करती है। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कर मामले का खुलासा किया जाएगा।




