बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में राष्ट्रीय जनता दल (RJD) को मिली करारी हार के बाद नेता प्रतिपक्ष रहे तेजस्वी यादव पूरी तरह शांत थे। चुनाव परिणाम आने के बाद छह दिनों तक उन्होंने कोई बयान जारी नहीं किया था। राजनीतिक हलकों में उनकी चुप्पी को लेकर कई तरह की चर्चाएँ चल रही थीं—कहीं हार की निराशा, कहीं रणनीति का पुनर्मूल्यांकन और कहीं पार्टी के भीतर मंथन। लेकिन अब तेजस्वी यादव ने मौन तोड़ते हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को दसवीं बार शपथ लेने पर बधाई दी है।
शुक्रवार को एक्स (पूर्व Twitter) पर पोस्ट करते हुए तेजस्वी यादव ने लिखा, “आदरणीय श्री नीतीश कुमार जी को बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने पर हार्दिक बधाई। मंत्रिपरिषद् के सदस्य के रूप में शपथ लेने वाले बिहार सरकार के सभी मंत्रियों को हार्दिक शुभकामनाएँ। आशा है नई सरकार जिम्मेदारीपूर्ण लोगों की आशाओं और अपेक्षाओं पर खरा उतर अपने वादों एवं घोषणाओं को पूरा करेगी तथा बिहारवासियों के जीवन में सकारात्मक व गुणात्मक परिवर्तन लाएगी।”
तेजस्वी का यह संदेश उस राजनीतिक परिदृश्य में महत्वपूर्ण माना जा रहा है, जहाँ चुनाव से पहले उन्होंने लगातार परिवर्तन की बात की थी। उन्होंने कई रैलियों में नीतीश सरकार को “खटारा” बताते हुए कहा था कि बिहार अब बदलाव चाहता है और RJD की सरकार ही इस बदलाव की नई राह खोलेगी। चुनाव प्रचार के दौरान तेजस्वी ने खुद को सीधे तौर पर भविष्य का मुख्यमंत्री प्रोजेक्ट किया और युवाओं, बेरोज़गारी और भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों को आक्रामक तरीके से उठाया।
हालांकि नतीजों में जनता ने एक बार फिर अनुभवी नेता नीतीश कुमार पर भरोसा जताया और NDA को स्पष्ट बहुमत दिलाया। खुद तेजस्वी यादव की पार्टी RJD को इस बार पहले के मुकाबले काफी कम सीटें मिलीं—सिर्फ 25। परिणामों के बाद से ही तेजस्वी की कोई सार्वजनिक गतिविधि या बयान सामने नहीं आया था, जिससे राजनीतिक विरोधी और समर्थक दोनों सवाल उठा रहे थे कि RJD की आगे की रणनीति क्या होगी।
नई सरकार के शपथ ग्रहण समारोह के बाद अचानक आई तेजस्वी की यह पोस्ट यह संकेत भी देती है कि वे फिलहाल सरकार के खिलाफ किसी तीखे टकराव की बजाय सकारात्मक विपक्ष की भूमिका निभाने के मूड में हैं। हालांकि यह भी साफ है कि वे आने वाले दिनों में बिहार की राजनीति में सक्रिय रहेंगे और संगठन में बड़े परिवर्तन संभव हैं।
नीतीश कुमार ने इस बार रिकॉर्ड बनाते हुए दसवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है। सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा उपमुख्यमंत्री बने हैं। मंत्रिमंडल में 26 मंत्रियों ने शपथ ली। भारी जनसमूह की मौजूदगी में राजधानी में हुआ यह शपथ ग्रहण समारोह राजनीतिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण रहा।
तेजस्वी की बधाई पोस्ट को लेकर राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि यह परिपक्वता और विनम्रता का संकेत है या हार के बाद रणनीतिक चुप्पी का अंत। लेकिन इतना तय है कि इस पोस्ट के साथ तेजस्वी यादव ने यह साफ कर दिया कि वे अभी भी बिहार की राजनीति में एक मजबूत विपक्षी चेहरा बने रहने के लिए तैयार हैं और आगामी संघर्ष की भूमिका लिखनी शुरू कर चुके हैं।



