समस्तीपुर; पिता दूल्हा तलाश रहे थे, पोखर में मिली बेटी की ला’श
समस्तीपुर : समस्तीपुर जिले के मोरवा प्रखंड क्षेत्र के बनबीरा पंचायत अंतर्गत महमुदपुर गांव में एक हृदय विदारक घटना सामने आई है। जिस बेटी की शादी के लिए पिता वर तलाशने निकले थे, उसी बेटी की ला’श गांव के पोखर जैसे बड़े गड्ढे में उपलाती मिली। मृ’तका की पहचान वार्ड संख्या 12 निवासी महेश महतो की सबसे छोटी पुत्री सोनम कुमारी के रूप में की गई है। इस दर्दनाक हाद’से ने पूरे परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया है।
ऐसे हुई घटना
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, सोनम कुमारी घर के पास जेसीबी से खुदे गहरे गड्ढे के किनारे लकड़ी सुखाने गई थी। गड्ढे में बारिश का पानी भरा हुआ था। बताया जाता है कि लकड़ी व्यवस्थित करते समय अचानक उसका पैर फिसल गया और वह सीधे गहरे पानी में गिर गई। चूंकि आसपास कोई मौजूद नहीं था, इसलिए वह बाहर नहीं निकल सकी और डूब गई।
कुछ देर बाद ग्रामीणों की नजर पानी में उपलाती एक आकृति पर पड़ी। पास जाकर देखा तो वह सोनम थी। तुरंत लोगों ने शोर मचाया और परिजन वहां पहुंचे। बेटी को उस हालत में देखकर घर में चीख-पुकार मच गई।
शादी की तैयारी चल रही थी, पिता दूल्हा खोजने निकले थे
मृ’तका के पिता महेश महतो के अनुसार, सोनम उनकी सबसे छोटी बेटी थी। परिवार की दो बेटियों की शादी पहले ही हो चुकी थी और अब सोनम की शादी के लिए वे लड़का देखने की प्रक्रिया में थे। पिता का कहना है कि घर में कुछ ही दिनों से विवाह को लेकर चर्चा चल रही थी और वे इस सिलसिले में रिश्तेदारों से बात कर रहे थे। लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था—जिस बेटी को दुल्हन बनाने की तैयारी थी, उसकी ला’श घर लौट आई।
मानसिक रूप से कमजोर बताई जा रही थी युवती
स्थानीय ग्रामीणों के अनुसार, सोनम कुमारी मानसिक रूप से कमजोर (मंदबुद्धि) थी। लोग मानते हैं कि इसी वजह से वह गहरे पानी वाले गड्ढे के खतरे को समझ नहीं सकी और हा’दसा हो गया। गांव में जेसीबी से खोदे गए गड्ढे लंबे समय से यूं ही पानी से भरे पड़े थे, जिसकी कोई सुरक्षा व्यवस्था नहीं की गई। ग्रामीणों ने इसपर भी नाराजगी जताई।
पुलिस ने श’व पोस्टमार्टम के लिए भेजा, यूडी केस दर्ज
घटना की जानकारी मिलते ही हलई थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा और यूडी केस दर्ज कर तफ्तीश शुरू कर दी है। पुलिस का मानना है कि प्रथम दृष्टया मामला दुर्घटना का प्रतीत होता है। हालांकि, पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत की पुष्टि हो सकेगी।
गांव में मातम, माहौल गमगीन
सोनम की मौ’त की खबर फैलते ही बड़ी संख्या में गांव के लोग घटनास्थल और उसके घर पर जुट गए। परिवार में मातम पसरा हुआ है। मां, बहनें और रिश्तेदारों का रो-रोकर बुरा हाल है। सूत्रों के अनुसार, सोनम को बेहद शांत और सरल स्वभाव की लड़की माना जाता था।
घटना ने न केवल परिवार को बल्कि पूरे गांव को भीतर तक हिला दिया है। लोग इस बात को लेकर भी चिंतित हैं कि खुले और गहरे गड्ढों को बिना सुरक्षा के छोड़ देना कितना खतरनाक हो सकता है। ग्रामीण प्रशासन से ऐसे स्थानों पर सुरक्षा इंतजाम की मांग कर रहे हैं ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएँ दोबारा न हों।
इस हादसे ने एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि लापरवाही और असुरक्षित स्थल किस तरह एक घर की खुशियों को चंद मिनटों में मातम में बदल सकते हैं।




