लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के स्थापना दिवस के अवसर पर पटना आने वाले पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री चिराग पासवान की तबीयत अचानक बिगड़ गई। जानकारी के अनुसार वे दिल्ली एयरपोर्ट तक पहुंच चुके थे, लेकिन स्वास्थ्य ठीक नहीं रहने के कारण उन्हें वापस अपने आवास लौटना पड़ा। यह जानकारी पार्टी के बिहार प्रभारी अरुण भारती ने दी।
हालांकि शारीरिक अस्वस्थता के बावजूद चिराग पासवान ने पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं को निराश नहीं किया। उन्होंने दिल्ली से ही ऑनलाइन माध्यम से पार्टी के रजत जयंती स्थापना दिवस समारोह को संबोधित किया और संगठन के भविष्य, राजनीतिक रणनीतियों तथा जनता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया।
दिल्ली से ऑनलाइन संबोधन में चिराग का संदेश
चिराग पासवान ने कहा कि आने वाले समय में पार्टी को अपने संकल्प पत्र को जमीन पर उतारना है और संगठन को और अधिक मजबूत बनाना है। उन्होंने पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे जनता की समस्याओं के समाधान के लिए लगातार प्रयासरत रहें।
चिराग ने बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में एनडीए की ऐतिहासिक सफलता पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का आभार प्रकट करते हुए कहा कि इस जीत के पीछे जनता का भरोसा और एनडीए की मजबूत नीतियां प्रमुख कारण हैं।
उन्होंने अपने सभी 19 विधायकों को दिशा-निर्देश दिया कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में जनता के मुद्दों को प्राथमिकता दें और समस्या के समाधान में तेजी लाएं।
पटना में धूमधाम से मनाया जा रहा स्थापना दिवस
लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) का स्थापना दिवस कार्यक्रम पटना के बापू सभागार में आयोजित किया गया, जहां पार्टी के सभी सांसद, विधायक, पदाधिकारी और कार्यकर्ता बड़ी संख्या में मौजूद थे।
हालांकि चिराग पासवान स्वयं पटना नहीं पहुंच सके, लेकिन उनकी ऑनलाइन उपस्थिति ने कार्यक्रम को गरिमा प्रदान की। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने चिराग के नेतृत्व में संगठन के विस्तार और आने वाले वर्षों की राजनीतिक रणनीति पर चर्चा की।
LJP-R का हालिया चुनावी प्रदर्शन
चिराग पासवान की राजनीतिक रणनीति ने पिछले दो चुनावों में पार्टी को उल्लेखनीय सफलता दिलाई है।
- 2024 लोकसभा चुनाव में लोजपा-आर के 5 सांसद जीतकर लोकसभा पहुंचे,
- वहीं 2025 बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए के सहयोगी के रूप में पार्टी ने 29 सीटों पर चुनाव लड़ा और 19 सीटों पर शानदार जीत दर्ज की।
पार्टी के लिए यह अब तक के सबसे बड़े प्रदर्शन में से एक माना जा रहा है, जिसने चिराग पासवान की नेतृत्व क्षमता और राजनीतिक प्रभाव को और मजबूत किया है।
चिराग की तबीयत को लेकर चिंता, पर काम में बरकरार सक्रियता
चिराग पासवान की तबीयत बिगड़ने से पार्टी कार्यकर्ताओं में चिंता जरूर बढ़ी, लेकिन उनके ऑनलाइन संबोधन ने सभी को आश्वस्त किया कि वे जल्द स्वस्थ होकर फिर से सक्रिय राजनीतिक कार्यक्रमों में शामिल होंगे।
स्थापना दिवस पर चिराग पासवान का संदेश साफ था—
“संगठन को मजबूत करना है, जनता के प्रति हमारी जिम्मेदारी सबसे बड़ी है।”
चाहे पटना पहुंचना संभव न हो पाया हो, लेकिन उनके संदेश ने लोजपा-आर कार्यकर्ताओं में ऊर्जा और उत्साह भर दिया है। बिहार की राजनीति में चिराग पासवान की भूमिका लगातार प्रभावी होती जा रही है और आने वाले दिनों में पार्टी की गतिविधियां और तेज होने की उम्मीद है।




