अखिल भारतीय धानुक एकता महासंघ बिहार प्रदेश कमेटी पुनर्गठन की घोषणा
पूर्व पदाधिकारियों की बैठक 25 दिसंबर को, नए अध्यक्ष व पदाधिकारियों के मनोनयन पर होगा निर्णय
अखिल भारतीय धानुक एकता महासंघ (Akhil Bhartiya Dhanuk Ekta Mahasangh) की बिहार प्रदेश इकाई के पुनर्गठन को लेकर संगठन स्तर पर महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है। राष्ट्रीय अध्यक्ष विरेंद्र मंडल ने राज्य से लेकर जिला और प्रखंड स्तर तक के सभी पूर्व पदाधिकारियों को औपचारिक सूचना जारी करते हुए बताया कि बिहार प्रदेश कमेटी का पुनर्गठन अब आवश्यक हो गया है।
धानुक एकता महासंघ, राष्ट्रीय अध्यक्ष विरेंद्र मंडल द्वारा जारी सूचना के अनुसार, बिहार प्रदेश अध्यक्ष राजदेव मंडल ‘रमन’ ने 31 अगस्त 2025 को अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। इससे पूर्व आयोजित कोर कमेटी की बैठक में प्रदेश कोर कमेटी को भंग करने की सिफारिश सर्वसम्मति से पारित की जा चुकी थी। उसी निर्णय के अनुरूप अध्यक्ष का इस्तीफा राष्ट्रीय टीम को प्राप्त हुआ, जिसे विधिवत स्वीकार करते हुए मंजूरी प्रदान कर दी गई।
हालांकि, उस समय बिहार में विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया चल रही थी, जिस कारण संगठन के सभी स्तर के पदाधिकारियों ने यह सामूहिक सहमति व्यक्त की थी कि चुनाव संपन्न होने के बाद ही प्रदेश कमेटी के पुनर्गठन की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। अब अध्यक्ष का इस्तीफा स्वीकार हो जाने और कमेटी भंग हो जाने के बाद संगठनात्मक रिक्तता को भरना अनिवार्य हो गया है।
इसी क्रम में राष्ट्रीय टीम तथा संगठन के वरिष्ठ पूर्व पदाधिकारियों एवं अभिभावक तुल्य सदस्यों से व्यापक विचार-विमर्श के उपरांत यह निर्णय लिया गया है कि 25 दिसंबर 2025 (क्रिसमस दिवस) को एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की जाएगी। इस बैठक में बिहार प्रदेश की नई संगठनात्मक टीम के गठन पर चर्चा एवं निर्णय लिया जाएगा।
बैठक में प्रदेश अध्यक्ष, प्रदेश सचिव, उपाध्यक्ष, कोषाध्यक्ष सहित सभी आवश्यक पदों पर मनोनयन की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। यह प्रक्रिया संगठन के संविधान, नियमावली और अनुशासनात्मक ढांचे के अनुरूप होगी, जिससे संगठन को स्थायित्व और मजबूती मिल सके।
यह बैठक सदर प्रखंड अंतर्गत छोटाईपट्टी पंचायत सरकार भवन में पूर्वाह्न 11 बजे से आयोजित की जाएगी। राष्ट्रीय अध्यक्ष विरेंद्र मंडल ने सभी पूर्व पदाधिकारियों से समय पर उपस्थित होकर संगठन हित में सक्रिय भागीदारी निभाने की अपील की है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि आवश्यकता पड़ने पर राष्ट्रीय टीम इस पुनर्गठन प्रक्रिया में मार्गदर्शन एवं परामर्श उपलब्ध कराएगी।
संगठन के अनुसार, प्रदेश कमेटी गठन में संवैधानिक प्रावधानों, सदस्य संख्या, कार्यकाल, सामाजिक प्रतिनिधित्व, योग्यता एवं राष्ट्रीय कमेटी के अनुमोदन जैसे बिंदुओं का विशेष ध्यान रखा जाएगा। इस पुनर्गठन से बिहार में धानुक समाज के संगठनात्मक ढांचे को नई दिशा और गति मिलने की उम्मीद है।




