बिहार में चुनावी सरगर्मियां तेज हो चुकी हैं और महागठबंधन के सभी घटक दल अपनी-अपनी रणनीति के साथ मैदान में उतर चुके हैं। इसी बीच, विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के प्रमुख और वर्तमान में महागठबंधन के अहम चेहरे माने जाने वाले मुकेश सहनी का एक बयान सुर्खियों में है। सहनी ने हाल ही में कहा था कि आगामी विधानसभा चुनाव के बाद यदि महागठबंधन की सरकार बनती है तो तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री होंगे और वे खुद उपमुख्यमंत्री (डिप्टी सीएम)।
हालांकि, राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री अब्दुल बारी सिद्दीकी के ताजा बयान से यह कयास लगाया जाने लगा है कि शायद मुकेश सहनी की यह दावेदारी महज उनकी निजी इच्छा भर रह जाए।
सिद्दीकी का स्पष्ट बयान
रविवार को मोतिहारी जिले के हरसिद्धी प्रखंड क्षेत्र स्थित प्लस टू उच्च माध्यमिक विद्यालय, गायघाट के प्रांगण में मुसहर विकास मंच की ओर से राष्ट्रीय जनता दल मुसहर महाकुंभ सम्मेलन आयोजित किया गया था। इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए अब्दुल बारी सिद्दीकी से जब पत्रकारों ने मुकेश सहनी के डिप्टी सीएम दावे को लेकर सवाल किया तो उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा –
“कौन किसकी दावेदारी कर रहे हैं, इसकी हमें जानकारी नहीं है। मगर जहां तक हमारे गठबंधन का सवाल है, उस गठबंधन में इस तरह की कोई बात नहीं हुई है।”
उनका यह बयान न केवल मुकेश सहनी के दावे पर सवाल खड़े करता है बल्कि यह भी साफ संकेत देता है कि महागठबंधन में अब तक डिप्टी सीएम पद पर कोई औपचारिक चर्चा नहीं हुई है।
“तेजस्वी को सीएम बनाने के लिए RJD को वोट दें”
कार्यक्रम के दौरान सिद्दीकी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि अगर लोग तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री देखना चाहते हैं तो उन्हें RJD के उम्मीदवार को वोट देना चाहिए। उन्होंने लोगों से अपील की –
“तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं तो राजद के उम्मीदवार को मत देकर उनके हाथ को मजबूत करें।”
उन्होंने मुसहर और दलित समुदाय का जिक्र करते हुए कहा कि पहले बड़े जाति के लोग इनके साथ भेदभाव और छुआछूत की भावना रखते थे, लेकिन लालू प्रसाद यादव ने उन्हें सम्मान और अधिकार दिलाए।
लालू प्रसाद को “गरीबों का मसीहा” बताया
सिद्दीकी ने लालू प्रसाद यादव की राजनीतिक भूमिका पर जोर देते हुए कहा कि वे हमेशा गरीबों, दलितों और पिछड़ों के मसीहा रहे हैं। उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद ने न केवल मुसहर जाति के लोगों को समाज में सम्मान दिलाया, बल्कि उन्हें राजनीति में भी आगे बढ़ाया।
“आज कई मुसहर और दलित विधायक और मंत्री बने हैं, यह लालू प्रसाद की सोच और पहल का परिणाम है।”
राजनीतिक संकेत और गठबंधन की स्थिति
मुकेश सहनी का डिप्टी सीएम पद का दावा ऐसे समय में आया है जब महागठबंधन चुनावी एकजुटता और सीट बंटवारे के मुद्दों पर चर्चा में है। सहनी की वीआईपी पार्टी महागठबंधन में छोटी लेकिन प्रभावी ताकत मानी जाती है, खासकर मल्लाह और निषाद समुदाय के वोट बैंक में। हालांकि, RJD की तरफ से अब तक न तो उनके दावे का समर्थन किया गया है और न ही किसी प्रकार की औपचारिक घोषणा की गई है।
अब्दुल बारी सिद्दीकी का यह बयान साफ करता है कि महागठबंधन में फिलहाल केवल तेजस्वी यादव को सीएम चेहरा बनाने पर ही सहमति है, बाकी पदों को लेकर कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया है।
मुकेश सहनी के डिप्टी सीएम बनने का सपना पूरा होगा या नहीं, यह तो चुनाव परिणाम और बाद की राजनीतिक परिस्थितियां ही तय करेंगी। फिलहाल, RJD के वरिष्ठ नेता के बयान से यह स्पष्ट है कि गठबंधन में इस पद को लेकर कोई बातचीत नहीं हुई है।
दूसरी ओर, सिद्दीकी का मुसहर सम्मेलन में दिया गया भाषण महागठबंधन के सामाजिक समीकरण और वोट बैंक को साधने की कोशिश का हिस्सा माना जा रहा है। लालू प्रसाद की गरीब समर्थक छवि और तेजस्वी यादव के नेतृत्व को मजबूत करने का संदेश देते हुए RJD ने यह संकेत भी दे दिया है कि चुनावी मुद्दों में पदों की बजाय विचारधारा और गठबंधन की एकजुटता को प्राथमिकता दी जाएगी।