रेलवे प्रशासन ने यात्रियों की सहूलियत को ध्यान में रखते हुए समस्तीपुर मंडल के कई छोटे स्टेशनों पर प्रमुख ट्रेनों का अस्थायी ठहराव देने का निर्णय लिया है। इस फैसले से बिहार के हजारों यात्रियों को बड़ा लाभ मिलने जा रहा है। अब तक जो ट्रेनें केवल बड़े जंक्शनों पर रुकती थीं, वे अब कम भीड़ वाले स्टेशनों पर भी रुकेंगी, जिससे यात्रियों को अपने नजदीकी स्टेशन से लंबी दूरी की यात्रा का अवसर मिलेगा।
रेलवे की ओर से यह निर्णय फिलहाल ट्रायल के रूप में लागू किया गया है। ट्रेनों के उपयोग और यात्रियों की मांग को देखते हुए भविष्य में इसे स्थायी भी किया जा सकता है।
किन ट्रेनों को मिलेगा ठहराव
रेलवे द्वारा जिन प्रमुख ट्रेनों को छोटे स्टेशनों पर ठहराव देने का निर्णय लिया गया है, उनमें शामिल हैं:
- इंटरसिटी एक्सप्रेस (13225/13226)
- लिच्छवी एक्सप्रेस (14005/14006)
- सरयू जमुना एक्सप्रेस
- शहीद एक्सप्रेस
- सद्भावना एक्सप्रेस (आनंद विहार-रक्सौल / रक्सौल-आनंद विहार)
इन स्टेशनों पर मिलेगा ठहराव
रेलवे ने इन ट्रेनों को समस्तीपुर मंडल के निम्न स्टेशनों पर दो-दो मिनट के लिए रुकवाने का निर्णय लिया है:
- रुन्नीसैदपुर
- बैरगनिया
- घोड़ासहन
- पंडौल
ट्रेनों की ठहराव तिथि और समय
- सद्भावना एक्सप्रेस (गाड़ी संख्या 14007)
- 7 अगस्त 2025 से रुन्नीसैदपुर, बैरगनिया, और घोड़ासहन पर रुकेगी।
- सद्भावना एक्सप्रेस (गाड़ी संख्या 14008)
- 8 अगस्त 2025 से घोड़ासहन, बैरगनिया, और रुन्नीसैदपुर पर दो मिनट का ठहराव।
- लिच्छवी एक्सप्रेस (14005)
- 6 अगस्त से रुन्नीसैदपुर पर रात 2:52 से 2:54 बजे तक।
- लिच्छवी एक्सप्रेस (14006)
- 6 अगस्त से शाम 7:28 से 7:30 बजे तक।
- सरयू जमुना एक्सप्रेस
- 7 अगस्त से पंडौल स्टेशन पर दो मिनट रुकेगी।
- शहीद एक्सप्रेस
- 8 अगस्त से पंडौल स्टेशन पर ठहरेगी।
- इंटरसिटी एक्सप्रेस (13225)
- 6 अगस्त को 11:34 बजे से 11:36 बजे तक पंडौल पर।
- इंटरसिटी एक्सप्रेस (13226)
- 6 अगस्त को 1:12 से 1:14 बजे तक पंडौल स्टेशन पर ठहराव।
रेलवे प्रशासन की अपील
रेलवे प्रशासन ने यात्रियों से अपील की है कि वे इन सुविधाओं का जिम्मेदारी से उपयोग करें, ताकि इन ट्रेनों का ठहराव स्थायी रूप से बहाल किया जा सके। यात्रियों से प्लेटफॉर्म पर अनुशासन और स्वच्छता बनाए रखने की भी अपील की गई है।
यात्रियों को होंगे ये फायदे
- अब छोटे स्टेशनों से लंबी दूरी की यात्रा करना संभव।
- बड़े स्टेशनों तक पहुंचने की परेशानी से राहत।
- वरिष्ठ नागरिकों और महिलाओं को विशेष सहूलियत।
- यात्रियों के समय और खर्च की होगी बचत।
स्थानीय लोगों में खुशी की लहर
रेलवे के इस फैसले से स्थानीय लोगों में खुशी की लहर दौड़ गई है। खासकर उन यात्रियों के लिए यह बेहद फायदेमंद है जिन्हें बड़े स्टेशन तक यात्रा करके ट्रेन पकड़नी पड़ती थी। अब उन्हें अपने नजदीकी स्टेशन से ही यात्रा करने का मौका मिलेगा।
यह निर्णय न केवल रेलवे की यात्रियों के प्रति संवेदनशीलता को दर्शाता है, बल्कि क्षेत्रीय विकास में भी सहायक सिद्ध होगा। यदि यह पहल सफल रही, तो उम्मीद की जा सकती है कि भविष्य में और भी ट्रेनों का ठहराव इन स्टेशनों पर जोड़ा जाएगा।