बिहार विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने खुद को लगभग सार्वजनिक जीवन से दूर कर लिया है। हार के बाद से ही तेजस्वी न तो राबड़ी आवास से अक्सर बाहर निकलते हैं और न ही मीडिया से सीधे संवाद कर रहे हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर भी अपनी सक्रियता लगभग समाप्त कर दी है, जिससे राजनीतिक गलियारों में कई तरह की चर्चाएँ तेज़ होती दिख रही हैं।
इसी बीच सोमवार सुबह कई दिनों बाद तेजस्वी यादव राबड़ी आवास से बाहर निकले। वे बिना किसी बयान या टिप्पणी के सीधे एक पोलो रोड स्थित आवास के लिए रवाना हो गए। बाहर इंतज़ार कर रहे मीडियाकर्मियों ने उनसे सवाल पूछने की कोशिश की, लेकिन तेजस्वी ने हाथ जोड़कर अभिवादन किया और बिना रुके अपनी गाड़ी में बैठकर आगे बढ़ गए।
उधर, तेजस्वी यादव की पत्नी राजश्री यादव, बेटी कात्यायनी, और बेटा इराज दिल्ली के लिए रवाना हो गए हैं। सूत्रों के अनुसार, पूरा परिवार कुछ समय दिल्ली में रहेगा। हालांकि तेजस्वी खुद पटना में ही मौजूद हैं। परिवार का अचानक दिल्ली जाना और तेजस्वी का लगातार चुप्पी साधे रखना—दोनों ने मिलकर राजनीतिक हलकों में कई कयासों को जन्म दे दिया है।
चुनाव में हार के बाद यादव परिवार के भीतर की खींचतान भी खुलकर सामने आई थी। तेजस्वी की बहन रोहिणी आचार्य ने सोशल मीडिया पर भावुक पोस्ट करते हुए लिखा था कि उनका अब कोई परिवार नहीं है और वे राजनीति व परिवार दोनों से खुद को दूर कर रही हैं। उनके इस बयान ने सियासी तापमान और बढ़ा दिया था। इसके बाद भी तेजस्वी ने न तो उस विवाद पर कुछ कहा और न ही अपनी राजनीतिक रणनीति पर कोई स्पष्ट संकेत दिया।
आज भी राबड़ी आवास से निकलते समय तेजस्वी का यही रुख देखने को मिला—मीडिया से दूरी और पूरी चुप्पी। ऐसे में बिहार की राजनीति में यह चर्चा और तेज हो गई है कि नेता प्रतिपक्ष चुनावी हार और पारिवारिक विवाद के बीच आगे क्या रणनीति अपनाएँगे।




