
बिहार के सामाजिक और राजनीतिक परिदृश्य में जनसेवा और विकास को लेकर एक सार्थक संवाद का आयोजन खगड़िया ज़िला के भवानी सिंह जी के निवास पर हुआ। इस विशेष बैठक में मढ़ौरा विधानसभा के पूर्व विधायक श्री लालबाबू राय जी और जनसेवक श्री एन. मंडल जी ने बिहार के सर्वांगीण विकास, ग्रामीण संरचना, शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और समाज में संवाद की भूमिका पर गहन विचार-विमर्श किया।
बैठक का मूल उद्देश्य था — “विकास की राह में संवाद को माध्यम बनाकर समाधान की दिशा तय करना।”
श्री एन. मंडल ने कहा कि, “बिहार के विकास की असली ताकत जनता की भागीदारी में है। जब हर व्यक्ति अपने गाँव, समाज और राज्य की प्रगति में हिस्सा लेगा, तभी वास्तविक परिवर्तन संभव होगा।”
पूर्व विधायक श्री लालबाबू राय जी ने कहा कि, “राजनीति तभी सार्थक होती है जब उसमें समाज की पीड़ा और विकास की दृष्टि शामिल हो। जनसेवा केवल वादा नहीं, बल्कि जिम्मेदारी का प्रतीक है।”
इस संवाद में समाज के विभिन्न वर्गों के लोग उपस्थित रहे, जिनमें भवानी सिंह जी, रमन कुमार रमन जी, वर्ल्ड रिकॉर्ड होल्डर रामाधार मंडल जी, आशीष कुमार जी सहित कई जनसेवक और युवा साथी शामिल थे। सभी ने एक स्वर में कहा कि “संवाद से ही समाधान निकलता है और विकास की नींव मजबूत होती है।”
चर्चा के दौरान यह भी उल्लेख हुआ कि एन. मंडल जी कुछ नए सामाजिक और विकासात्मक प्रोजेक्ट्स पर काम कर रहे हैं, जिनका उद्देश्य बिहार के युवाओं और ग्रामीण समाज को सशक्त बनाना है।
हालांकि, बैठक में मौजूद कई लोगों के मन में यह सवाल भी उठा —
“कहीं श्री एन. मंडल राजनीति की शुरुआत तो नहीं कर रहे हैं?”
इस प्रश्न पर एन. मंडल ने मुस्कुराते हुए कहा — “जनसेवा मेरा मूल धर्म है, राजनीति हो या समाज, लक्ष्य केवल बिहार का विकास है।”
बैठक के अंत में सभी ने इस बात पर सहमति जताई कि आने वाले समय में इस तरह के संवाद कार्यक्रमों को और अधिक जिलों और प्रखंडों तक पहुँचाया जाना चाहिए, ताकि जनता और नेतृत्व के बीच सीधा संवाद स्थापित हो सके।
खगड़िया की यह मुलाकात केवल एक राजनीतिक संवाद नहीं, बल्कि बिहार में नई सोच और बेहतर शासन की दिशा में उभरती चेतना का प्रतीक है।
जैसा कि श्री एन. मंडल ने कहा —
“विकास तभी संभव है, जब संवाद से समाधान निकले।”




