संवाददाता/अंकित सिंह, अररिया : सोमवार को भरगामा प्रखंड में एक अप्रत्याशित घटनाक्रम सामने आया जब प्रखंड विकास पदाधिकारी (बीडीओ) शशि भूषण सुमन ने घूसखोरी के आरोप में कार्यपालक सहायक अजय कुमार रजक की सार्वजनिक रूप से पिटाई कर दी। यह विवाद आरटीपीएस कार्यालय में जाति, आय और निवास प्रमाणपत्र बनाने के एवज में कथित रूप से अवैध वसूली से जुड़ा बताया जा रहा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, बीडीओ शशि भूषण सुमन सोमवार को एक ग्रामीण को साथ लेकर आरटीपीएस कार्यालय पहुंचे। वहां मौजूद कार्यपालक सहायक अजय कुमार रजक से बिना कुछ पूछे-समझे उन्होंने कथित रूप से एक थप्पड़ जड़ दिया। इसके बाद बीडीओ ने उन्हें अपने चेंबर में ले जाकर घूसखोरी का आरोप लगाते हुए वीडियो बनाना शुरू कर दिया, जिससे कार्यालय में आए अन्य लोगों के बीच हड़कंप मच गया।
कार्यपालक सहायक अजय कुमार रजक ने मंगलवार को अंचल अधिकारी को लिखित आवेदन देकर बीडीओ के खिलाफ शिकायत की है। उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि बिना किसी जांच या स्पष्टीकरण के बीडीओ द्वारा मारपीट और अपमानित किया गया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि बीडीओ की इस कार्रवाई के कारण कार्यालय में उपस्थित लोगों को जरूरी प्रमाणपत्र नहीं मिल सका और उन्हें निराश लौटना पड़ा।
इस घटना के बाद भरगामा प्रखंड सह अंचल कार्यालय परिसर में तनावपूर्ण माहौल बन गया है। कार्यपालक सहायक और अन्य कर्मियों में रोष है। इस विषय में पूछे जाने पर अंचल अधिकारी निरंजन कुमार मिश्र ने बताया कि कार्यपालक सहायक की ओर से आवेदन मिला है, लेकिन अब मामला आपसी समझौते से सुलझा लिया गया है।
वहीं दूसरी ओर, बीडीओ शशि भूषण सुमन ने मारपीट की किसी भी घटना से इनकार करते हुए कहा कि उन्होंने कोई हिंसात्मक कार्रवाई नहीं की है और मामले को बेवजह तूल दिया जा रहा है।
फिलहाल इस विवाद ने प्रशासनिक हलकों में चर्चा को जन्म दे दिया है। अब देखना होगा कि इस मामले में वरीय पदाधिकारी क्या कदम उठाते हैं और कार्यस्थल की गरिमा को बनाए रखने के लिए किस प्रकार की कार्रवाई की जाती है।