
पटना : बिहार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को जल्द ही एक नया, अत्याधुनिक और हाईटेक प्रदेश मुख्यालय मिलने जा रहा है। राजधानी पटना में पाटली पथ के समीप, पाटलिपुत्र जंक्शन के पीछे स्थित जमीन पर इस भव्य कार्यालय भवन का निर्माण प्रस्तावित है। पार्टी संगठन को और अधिक सशक्त बनाने तथा भविष्य की चुनावी रणनीतियों को ध्यान में रखते हुए इस मुख्यालय को आधुनिक तकनीक और सुविधाओं से लैस किया जाएगा।
पार्टी सूत्रों के अनुसार, नए प्रदेश मुख्यालय के निर्माण को लेकर केंद्रीय नेतृत्व से अंतिम मंजूरी का इंतजार किया जा रहा है। जैसे ही दिल्ली से हरी झंडी मिलेगी, निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा। यह मुख्यालय लगभग 13 से 15 हजार वर्गफुट क्षेत्रफल में तैयार किया जाएगा, जिस पर करीब 200 करोड़ रुपये की लागत आने का अनुमान है। भवन का नक्शा और आर्किटेक्चरल डिजाइन विशेष रूप से नई दिल्ली से तैयार कराया गया है, ताकि यह राष्ट्रीय स्तर के पार्टी कार्यालयों के अनुरूप हो।
जानकारी के मुताबिक, भाजपा की राष्ट्रीय निर्माण समिति की बैठक में इस प्रस्तावित भवन की डिजाइन, संरचना और सुविधाओं की विस्तार से समीक्षा की जा चुकी है। केंद्रीय कार्यालय द्वारा अंतिम स्वीकृति मिलते ही निर्माण कार्य को औपचारिक मंजूरी दे दी जाएगी। पार्टी का मानना है कि यह मुख्यालय बिहार में भाजपा की संगठनात्मक मजबूती का प्रतीक बनेगा।
नए प्रदेश मुख्यालय में सुरक्षा और तकनीक को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी। पूरे परिसर में एंट्री गेट से लेकर एग्जिट तक सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। इसके साथ ही अत्याधुनिक डिजिटल वॉर रूम बनाया जाएगा, जहां से चुनावी रणनीति, डाटा विश्लेषण और प्रचार अभियान की निगरानी की जा सकेगी। इसके अलावा हाईटेक कॉल सेंटर, आईटी सेल, मीडिया सेंटर और चुनाव प्रबंधन कक्ष की भी व्यवस्था की जाएगी।
भवन में प्रदेश अध्यक्ष, महामंत्री संगठन, सभी प्रदेश महामंत्री, उपाध्यक्ष, प्रदेश प्रभारी और चुनाव प्रभारियों के लिए अलग-अलग कक्ष बनाए जाएंगे। साथ ही प्रदेश सरकार में शामिल भाजपा के सभी मंत्रियों के लिए भी आधुनिक और सुविधाजनक केबिन बनाए जाने की योजना है। बैठक कक्ष, प्रेस कॉन्फ्रेंस हॉल और प्रशिक्षण केंद्र जैसी सुविधाएं भी इस मुख्यालय का हिस्सा होंगी।
पार्टी सूत्रों ने यह भी स्पष्ट किया है कि नया प्रदेश मुख्यालय बनने के बाद भी मौजूदा पुराना प्रदेश कार्यालय पहले की तरह संचालित रहेगा। पुराने कार्यालय का उपयोग संगठनात्मक गतिविधियों के लिए जारी रहेगा, जबकि नया भवन रणनीतिक और तकनीकी संचालन का मुख्य केंद्र बनेगा।
भाजपा का मानना है कि यह नया हाईटेक प्रदेश मुख्यालय न केवल पार्टी की प्रशासनिक और संगठनात्मक क्षमता को बढ़ाएगा, बल्कि आगामी चुनावों में रणनीतिक बढ़त दिलाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। 200 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाला यह भवन बिहार भाजपा के भविष्य की राजनीतिक तैयारियों का एक बड़ा आधार बनने जा रहा है।




